17 प्राचार्यों के खिलाफ Fir , जांच में रकम दुगनी हो गई

प्रदेश भर में हो रहे घपले-घोटालों के चलते अगर प्रदेश का नाम घोटाला प्रदेश रख दिया जाए तो किसी को कोई आश्चर्य नही होगा ,बल्कि यह अपने नाम को सार्थकता प्रदान करने बाला होगा ! जरा बानगी तो देखिये प्रदेश के रीवा जिले में शिक्षा विभाग में हुए 2.91 करोड़ रुपए के घोटाले के मामले में प्राचार्य स्तर के 17 अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज कराने हेतु थाने में आवेदन सौंप दिया गया है। डिपार्टमेंटल इंक्वायरी में सभी अधिकारियों को दोषी पाया गया है। इस मामले की जांच सन 2019 से चल रही थी ….
जानकार बताते है कि सन 2019 में रीवा में शिक्षा विभाग के ऑडिट के दौरान 70.67 लाख रुपए की अनियमितता का पता चला था। इसकी इन्वेस्टिगेशन के बाद तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी श्री आरएन पटेल ने अकाउंटेंट श्री अशोक शर्मा, लिपिक श्री अखिलेश तिवारी एवं अध्यापक श्री विजय तिवारी सहित कुछ अन्य कर्मचारियों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया था। इसके बाद मामले की दोबारा जांच की गई जिससे घोटाले की रकम बढ़कर 2.91 करोड़ों रुपए हो गई।
इस मामले में प्राचार्य स्तर के 17 अधिकारियों के नाम सामने आए हैं। आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा संयुक्त संचालक लोक शिक्षण रीवा संभाग को अपराधिक मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए गए। डिपार्टमेंट की ओर से पुलिस को शिकायत एवं सारी जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। टीआई हितेंद्र नाथ शर्मा का कहना है कि अब वह भी जांच करेंगे और उसके बाद मामला दर्ज किया जाएगा।                   मिडिया रिपोर्ट