फसल के सदमें में किसान की मौत,पंप सेट बेचकर किया अंतिम संस्कार..

प्रदेश में किसानो की दुर्दशा किसी से छुपी नही है ! किसान भाई किस हाल में आपने परिवार का भरण पोषण कर रहा है यह वही जानता है ! परन्तु समाज की दशा और दिशा तय करने बाले जिम्मेदार जिन्हें हम ही ने अपनी आबाज बना कर लोकसभा और विधान सभाओं में भेजा है ! वे आज निकम्मे और किसान, मजदूरों और बेरोजगार युवाओं के लिए किसी आतताई से काम साबित नही हो रहे है ! अपनी और अपनी पार्टी के बडाई के जूठे किस्सों से आम जन-मानस को गुमराह कर खुद आकूत संपत्ति के मालिक बन बैठे है ! वही इस लोकतंत्र में जनता मालिक होती है उसी जनता को इन्होने उसकी खून पसीने की कमाई जो सरकार टेक्स के नाम से आम जनता से लेती है ,उसे ये कमजर्फ दोनों हांथों से लूट रहे है और आम जनमानस सदमे में मरा जा रहा है ! ऐसा ही हादसा प्रदेश के ….राकेश प्रजापति

अशोकनगर जिले में किसान की वर्षा के कारण उड़द की फसल खराब होने के सदमें में मौत हो गई । परिजनों ने खेत में पंप सेट का इंजिन बेचकर अंतिम संस्कार किया । इस पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं की यह हकीकत हैं।

मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले के छीपोन गांव में एक किसान लल्लीराम कुशवाह की गुरुवार को खेत में मौत हो गई। परिजनों ने मौत का कारण वर्षा के कारण उड़द की खेत में कटी रखी फसल खराब होने से सदमे आना बताया। लल्लीराम कुशवाह का कोई बच्चा नहीं है। उनकी पत्नी के पास पति के अंतिम संस्कार करने के लिए भी पैसे नहीं थे। परिजनों ने किसी से अंतिम संस्कार के लिए मदद भी नहीं मांगी। खेत में रखे पंप सेट के इंजिन को बेचकर अंतिम संस्कार किया। वहीं, इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि यह स्वर्णिम मध्य प्रदेश की व शिवराज सरकार की योजनाओं की हकीकत हैं।

कमलनाथ ने कहा कि सरकार भले जनसेवा अभियान चलाये। जनता को गुमराह करने के लिये खूब शिविर लगाए, लेकिन आज सरकार की किसी भी योजना का लाभ किसी भी पात्र व्यक्ति को नहीं मिल पा रहा है और हर योजना का लाभ देने के लिये पैसे मांगे जा रहे है।

जिला प्रशासन को शनिवार को मामले की जानकारी मिली। इसके बाद परिवार को 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई। और अधिकारियों को मामले की जांच के आदेश दिए। अब प्रशासन किसान की मौत के कारण का पता लगा रहा है । मिडिया रिपोर्ट