प्रदेश में चुनावी घमाशान जारी ….

प्रदेश में साल के आखरी महीनो में होने बाले चुनावी समर की रंणभेदी अभी से सजने लगी है ! इसका अहसास दोनों ही प्रमुख राजनैतिक दल भाजपा और कांग्रेस के छत्रप जनता को लुभाने के लिए एक दुसरे पर आक्रामक रूप से वादा-खिलाफी का धावा बोल रहे है , वहीं दूसरी ओर जनता को राहत देने के लिए नित नई-नई घोषणाए करने से भी पीछे नहीं है ! वार-पलटवार का दौर जारी है….राकेश प्रजापति 

सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष में बैठी कांग्रेस दोनों ही पूरी कोशिश कर रही है अपने वादों और दावों से जनता को लुभाने की। वहीं दूसरी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूरी भाजपा अपनी योजनाओं की सफलताएं गिना रही है, वही कांग्रेस कुछ ऐसे वादें कर रही है जो चुनावी समर में रामबाण सिद्ध होगी । इन घोषणाओं के जरिए कांग्रेस ने जनता की दुखती रग पर हाथ रखा है। वो मुद्दे जिनके कारण लोग परेशान है या जिनकी लगातार मांग उठ रही है, उन्हें पूरा करने का वादा कर कांग्रेस कहीं न कहीं भाजपा के लिए बड़ी लकीर खींच दी है।

प्रदेश की राजनीति में विपक्षी राजनैतिक दल कांग्रेस अपने वचनपत्र का खाका तैयार करने में दिनरात एक कर रही है । जनता की दुखती रग पर आश्वासनों का मरहम लगाते हुए  5 अहम घोषणाएं की हैं..जिससे वो भाजपा को कड़ी टक्कर दे सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीते दिनों एक जनसभा में कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर वो 500 रूपये में गैस सिलेंडर देंगे। अनवरत बढ़ती महंगाई और गैस सिलेंडर के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी के बीच जनता के लिए ये घोषणा बड़ी सौगात के रूप में नजर आ रही है।

वहीं दूसरी ओर भाजपा की लाडली बहना योजना के जवाब में कमलनाथ ने कहा है कि कांग्रेस की सरकार बनने पर वो हर महिला को महीने में 1500 रूपये देंगे। बिजली की कमी, बिजली कटौती, अनाप शनाप बिल के बीच अगली घोषणा है ! 100 रूपये में 100 यूनिट बिजली देने की। पिछली बार भी कांग्रेस ने किसानों के कर्ज माफी का ऐलान किया था। इस मुद्दे पर भाजपा हमेशा उसे घेरती है और कांग्रेस का कहना है कि उसे सिर्फ 15 माह का समय ही मिल पाया था। इस बार फिर चुनावों से पहले कांग्रेस ने किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की है। वहीं पांचवीं घोषणा पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की है। इस मांग को लेकर राज्य भर में कर्मचारी आंदोलनरत है  धरना, प्रदर्शन हो रहे है !  मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपे , फिर भी नतीजा सिफर ? कहीं कोई आश्वासन नहीं। कर्मचारियों की मांग पर कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर वो पुरानी पेंशन योजना को लागू करेंगे।

इस तरह इन पांच बड़ी घोषणाओं के साथ कांग्रेस मैदान में हैं और इसके साथ अनेक वादों की फेहरिश्त तैयार है । देखना होगा कि अपने वचनपत्र में वो इनके अलावा और किन मुद्दों को समेटकर कमरतोड़ महंगाई , बेरोजगारी और भरष्टाचार जैसे दानव से कैसे मुक्ति का मार्ग दिखाकर जनता को आपने साथ खड़ा कर पाती है, यह तो आने बाला समय ही बताएगा ! हमे भी जनता की तरह इन्तजार करना होगा ….