दो महिलाओं के बीच पति का बंटवारा ..

प्रदेश के ग्वालियर जिले में दो महिलाओं के बीच पति का बंटवारा किया गया है। आपको सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन ये सच्चाई है। कुटुंब न्यायालय के बाहर हुए इस फैसले की चर्चा गर्म  है….आपसी सहमती से पति तीन दिन पहली पत्नी के साथ रहेगा और तीन दिन दूसरी पत्नी के साथ। संडे का दिन पति को दिया गया है। पति संडे के दिन जिस पत्नी के साथ रहना चाहता है रह सकता है….

ज्ञात हो कि एक महिला अपने पति के खिलाफ शिकायत करने के लिए कुटुंब न्यायालय  पहुंची थी। शिकायत दर्ज कराने से पहले महिला की कांउसलिंग की गई। इस दौरान काउंसलर ने ऐसा रास्ता निकाला की तीनों खुश हैं और कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने से भी बच गए।

यह पूरा मामला ग्वालियर जिले का है। यहां रहने वाली एक महिला का पति हरियाणा में एक कंपनी में इंजीनियर है। दोनों की साल 2018 में शादी हुई थी। शादी के बाद दोनों हरियाणा में साथ में रहते थे। इस दौरान दोनों का एक बेटा भी है। कोरोना के समय पति अपनी पत्नी को उसके मायके ग्वालियर छोड़ दिया और खुद वापस चला ड्यूटी करने के लिए चला गया। लॉकडाउन के कारण महिला लंबे समय तक अपने मायके में रही।

इस दौरान पति अपने ऑफिस में काम करने वाली दूसरी महिला के संपर्क में आया। दोनों के बीच संबंध बन गए। जिसके बाद दोनों ने साथ में रहने का फैसला किया और लिव इन में रहने लगे। लॉकडाउन खत्म होने के बाद जब पहली पत्नी को लेने पति नहीं आया तो दोनों के बीच विवाद शुरू हुआ। इसके बाद पहली पत्नी अपने बच्चे को लेकर खुद हरियाणा पहुंच गई। यहां उसे पति की दूसरी शादी के बारे में जानकारी हुई तो वो हैरान रह गई। दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ और महिला वापस ग्वालियर आ गई।

ग्वालियर आई महिला ने पति के खिलाफ कुटुंब न्यायालय में केस दर्ज कराते हुए भरण-पोषण के लिए मुआवजे की मांग की। इस दौरान काउंसलर हरीश दीवान ने दोनों को समझाया। इसके लिए दोनों पत्नियों और पति को कोर्ट में बुलाया गया। काउंसलर ने बीच का रास्ता निकाला और फैसला किया कि तीन दिन पति पहली पत्नी और तीन दिन दूसरी पत्नी के साथ रहेगा। जबकि संडे का दिन केवल पति के लिए रहेगा। पति संडे को जो करना चाहे कर सकता है। वो जिस पत्नी के साथ रहना चाहता है रहे उसे कोई रोक-टोक नहीं रहेगी.. मिडिया रिपोर्ट