पार्टी नेताओं से ही भाजपा को ख़तरा ..

प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर घमासान शुरू हो गया है ! भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की तैयारिया धार पकड़ रही है !  इस बार कांग्रेस ने कांटे से कांटा निकालने की नीति अपनाकर भाजपा में फुट डालकर तमाशा करना चाहती है ! इसी के चलते  कांग्रेस भाजपा के नाराज और असंतुष्ट नेताओं को अपने साथ लाने पर काम कर रही है। परिस्थितियों को देखते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि संगठन ने अपनी गलतियां ठीक नहीं की तो भाजपा ही भाजपा को हरा सकती है….

श्री विजयवर्गीय ने कहा कि मुझे कहने में कोई संकोच नहीं कि आज की तारीख में मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस नहीं हरा सकती। परन्तु यदि हमने संगठन की गलतियों को ठीक नहीं किया तो भाजपा ही भाजपा को हरा सकती है। यह बात ठीक है कि हममें कुछ कमियां है, जिनको हम ठीक कर रहे हैं। भाजपा की चिंता नाराज, असंतुष्ट नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बढ़ा दी है।

कांग्रेस से ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ आए विधायकों की वजह से पार्टी के पुराने नेताओ की उपेक्षा पार्टी संगठन के लिया आज की तारीख में साबसे बड़ा खतरा बना हुआ है ! भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का मानना है की सिंधिया के साथ आये विधायकों ने क्षेत्र में मनमानी कर भाजपा के लिए परेशानियाँ खड़ी कर दी है ! जिससे क्षेत्र में संगठन पूरी तरह ख़त्म हो गया है । कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दोनों लगातार प्रदेश में दौरे कर संगठन में जान फूंकने का काम कर रहे है !  कांग्रेस  हारी सीटों के अलावा उन सीटों पर उम्मीदवार की तलाश कर भाजपा के जनाधार वाले नाराज नेताओं को साधने की कोशिश कर रही है। जिनको टिकट देकर नई भाजपा को टक्कर देने की रणनीति बनाई है।