क्या भाजपा के आयोजन “कोरोना प्रूफ़” हैं ?

मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष श्री के. के. मिश्रा व प्रदेश प्रवक्ता श्री संतोष सिंह गौतम ने आज जारी एक संयुक्त बयान में कहा है कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से समूची भाजपा में निराशा, घबराहट व बौखलाहट का माहौल है, जिसके चलते केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने श्री राहुल गांधी को पत्र लिखकर कोरोना के बढ़ते संकट का हवाला देकर यात्रा को स्थगित करने की मांग की है..

नेताद्वय ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री श्री मांडविया शायद यह भूल रहे हैं कि कोरोना की आहट को सबसे पहले श्री राहुल गांधी ने ही पहचानते हुए देश की सरकार को सजग होने के लिए कहा था लेकिन सत्ता के मद में डूबी हुई केंद्र सरकार ने उनकी बातों की अनदेखी करते हुए अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवाएं जारी रखीं। ताली, थाली बजवा कर व लाइटें बंद करवा कर कोरोना की रोकथाम की कोशिशें कीं, नतीजतन लाखों मौतों का मंजर इस देश ने देखा है। काश! उपदेश देने के पहले केन्द्रीय मंत्री जी कोरोना को लेकर अपनाए गए अपनी सरकार के आपराधिक लापरवाहीपूर्ण रवैये का उल्लेख करते हुए लाशों से पटे गंगा के घाटों और श्मशानों के लिए जिम्मेदारों के नामों का जिक्र भी कर देते तो बेहतर होता।

नेताद्वय ने कहा कि कोरोना संकट का डर दिखा कर केवल कांग्रेस के आयोजनों को रोकने की मांग यह दर्शाती है कि हताश भाजपा अब दबाव और विद्वेष की राजनीति करने का प्रयास कर रही है। अगर कोरोना संकट फिर से आ ही गया है तो यह केवल कांग्रेस के आयोजनों से ही नहीं गहराएगा, वह प्रधानमंत्री की रैलियों, भाजपा के इवेंटों, आयोजनों और प्रवासी भारतीय सम्मेलन से भी गहरा सकता है, जिसमें विदेशों से लोग आएंगे, तो क्या श्री मांडविया प्रधानमंत्री मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी पत्र लिखकर आग्रह करने की हिम्मत जुटा सकते हैं कि कोरोना संकट के मद्देनजर प्रवासी भारतीय सम्मेलन को भी स्थगित किया जाए।

नेताद्वय ने कहा कि क्या सरकार ने विदेशों में फैले कोरोना संक्रमण से भारत पर मंडरा रहे खतरे को भी संज्ञान में लिया है? क्या यह सुनिश्चित कर लिया गया है कि विदेशी फ्लाइटों से आने वाले प्रवासी भारतीयों के द्वारा कोरोना का संकट नहीं फैलेगा? क्या भाजपा, केंद्र सरकार और राज्य सरकार के आयोजन “कोरोना प्रूफ” हैं? क्या कोरोना केवल कांग्रेस के आयोजनों से ही फैलता है? इन प्रश्नों के जवाब भी केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया के साथ-साथ प्रधानमंत्री और शिवराज सिंह चौहान को देना चाहिए अन्यथा यह माना जाएगा कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से भाजपा बौखलाई हुई है, उसकी नींद उड़ी हुई है और वह कोरोना संकट की आड़ लेकर इस ऐतिहासिक यात्रा को रुकवाना चाहती है, देश को तोड़ने वाली ताकतों के विरुद्ध देश को जोड़ने वाले इस महाअभियान में खलल डालना चाहती है।