रिश्वत लेते अस्पताल का एकाउंटेंट गिरफ्तार ..

भ्रष्टाचार पर सरकार के लगातार कार्यवाही के बाद भी अधिकारी कर्मचारी रिश्वत लेने से बाज नही आ रहे है । उन्हें ना तो अपनी प्रतिष्ठा जाने का डर है और ना ही नौकरी पर खतरे की चिंता। इसी क्रम में जबलपुर में आज लोकायुक्त पुलिस  ने आज एक और भ्रष्ट कर्मचारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। ज्ञात हो की लोकायुक्त ने एक महीने ने दूसरी बार जिला अस्पताल में छापा मारकर रिश्वतखोर को पकड़ा है।

जानकारों के मुताबिक जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने जिला अस्पताल में पदस्थ लेखापाल को 8000/- रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त पुलिस की गिरफ्त में आए एकाउंटेंट का नाम नीरज मिश्रा है,

आरोपी नीरज शहपुरा स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ विनोद ओठवाल से उसकी जीपीएफ राशि निकालने के बदले 10,000/- रुपये रिश्वत की मांग कर रहा था।

बताया जाता है कि कर्मचारी विनोद ने तकरीबन 3 माह पहले जीपीएफ के लिए आवेदन किया था पर लगातार उसे परेशान करते हुए रिश्वत की मांग की जा रही थी, जिसकी शिकायत विनोद ने जबलपुर लोकायुक्त पुलिस से की।

लोकायुक्त ने रिश्वत मांगे जाने के पुख्ता सुबूत मिलने के बाद आज एकाउंटेंट को ट्रेप करने की रणनीति बनाई।

आज जैसे ही शिकायतकर्ता कर्मचारी विनोद ओठवाल ने जिला अस्पताल (विक्टोरिया अस्पताल) पहुंचकर एकाउंटेंट नीरज मिश्रा को रिश्वत की राशि 8000/- रुपये दी वहां पहले से तैयार जबलपुर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दें लोकायुक्त ने एक महीने ने दूसरी बार जिला अस्पताल में  छापा मारकर रिश्वतखोर को पकड़ा है।