कांग्रेस और भाजपा के दलित वोट बैंक में सेंध लगा पाएंगे सतीश ..

मध्यप्रदेश में दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं वे अपने संगठन और मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रयास कर रहे हैं ! भाजपा सरकार जहां मतदाताओं को लुभाने के लिए जनकल्याणकारी योजनाओं की आए दिन घोषणा कर रही है ! सुदूर अंचलों में भाजपा कार्यकर्ताओं को सक्रिय होने की हिदायत देंने के साथ-साथ संगठन को मजबूत करने में प्रदेश भाजपा लगी हुई है

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी चुनावी एक्शन मोड में आ गई है वह भी अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रयासरत है !

कमलनाथ प्रदेश भर में लगातार ताबड़तोड़ दौरे कर सोए और अलसाए कार्यकर्ताओं को जगाने का काम कर रहे हैं !

जहां तक तीसरे मोर्चे की बात करें तो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का अपना जनाधार है और वह भी संगठित होकर 2023 और 24 के चुनावों की तैयारियों में जुट गई है !

इसी तारतम्य में खासकर आदिवासी अंचलों में अपने पदाधिकारियों की नियुक्ति कर रही है साथ ही दलित वोट बैंक को भी मजबूत करने की दिशा में प्रयास लगातार जारी है !

इसी के चलते गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने जिले के ऊर्जावान नेता सतीश नागवंशी को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी में अनुसूचित जाति मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त कर कांग्रेस और भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की दिशा में इस नियुक्ति को समझा जा रहा है

अनुसूचित जाति मैं अपनी अच्छी पकड़ होने के साथ-साथ सतीश नागवंशी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के विभिन्न पदों पर भी रहकर उन्होंने पार्टी को मजबूती प्रदान करने का काम किया है ! उनकी क्षमताओं का और भी अधिक दोहन करने के लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने उन्हें अनुसूचित जाति मोर्चे का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्ति कर कांग्रेस के खासकर कमलनाथ के गढ़ में खलबली मचा दी है !

अब देखने वाली बात यह होगी कि युवा तुर्क सतीश नागवंशी कांग्रेस और भाजपा के दलित वोट बैंक में कितनी सेंध लगा पाते हैं ! यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा ,आपकी तरह इन्तजार हमे भी है ….