10 फीसदी मृत्यु दर के साथ बढ रहा है कोरोना ….?

कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को समाज छूत की द्रष्टि के साथ देख रहा है जो की यह समाज में कोरोना से भी खतरनाक साबित है ? इसी का परिणाम है की लोग आत्मघाती कदम उठा रहे है ? समाज के इस तरह के द्रष्टिकोण को अभी से काबू करने की आबश्यकता है ? वैसे लोगो का मानना है की इस तरह के परिणाम ई – मिडिया के अतिरेक प्रसारण का दुष्परिणाम है ? 24 घंटे कोरोना को लेकर बेसिर पैर की खबरों का प्रसारण ने लोगो के दिमाक पर छुआ छूत के साथ डर पैदा करने का काम कर रहे है ! इसी तरह की बानगी हमें देखने सुनने में आ रही है …

मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एक व्यक्ति अपने ही पड़ोसियों की बेरुखी से परेशान हो गया है। इस शख्स ने कोरोना को तो हरा दिया, लेकिन अपने पड़ोसियों के सामने हारता दिख रहा है। उसका कहना है, ‘मेरे पड़ोसी दूसरों से कहते हैं कि जिस गली से मेरा परिवार गुजरता है, वहां से मत जाओ। यहां तक कि दूधवाले को भी दूध देने के लिए मना कर दिया गया है। हमें जीने के लिए जरूरी चीजें तो चाहिए हीं, इसलिए हम यहां से घर छोड़ रहे हैं।’

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने संवाददाताओं को बताया कि कोरोना से संक्रमित पाए गए शहर के 42 वर्षीय पुरुष ने एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार शाम दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के 22 नए मरीज मिले हैं। इसके बाद शहर में की संख्या 306 से बढ़कर 328 पर पहुंच गई है। इनमें से 33 लोग इलाज के दौरान दम तोड़ चुके हैं। देश में कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल इंदौर में 42 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई और इसके साथ ही शहर में इस संक्रमण से दम तोड़ने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 33 पर पहुंच गई है।

 शहर में कोरोना के मरीजों की मृत्यु दर लगभग 10 प्रतिशत है। आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि शहर में कोरोना के मरीजों की मृत्यु दर पिछले कई दिन से राष्ट्रीय स्तर के मुकाबले कहीं ज्यादा बनी हुई है। शहर के अस्पतालों में इलाज के बाद संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की तादाद 35 है। सीएमएचओ ने यह भी बताया कि इंदौर से 1,142 लोगों के नमूने कोरोना वायरस की जांच के लिए दिल्ली भेजे गए हैं। उन्होंने कहा, हमारा अनुमान है कि इनमें से कई लोग कोरोना से संक्रमित पाए जा सकते हैं क्योंकि इनमें से ज्यादातर लोग संक्रमितों के सगे-संबंधी हैं।

सीएमएचओ जड़िया ने बताया कि शहर में कोरोना के मरीजों की तादाद बढ़ने के अनुमान के मद्देनजर दो और अस्पतालों को इस महामारी के मरीजों के इलाज के लिए चिह्नित किया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद सील किए गए स्थानीय इलाकों में पिछले कई दिनों से सघन सर्वेक्षण किया जा रहा है और अब तक करीब 16,000 लोगों से संपर्क किया जा चुका है। कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है। साभार : मिडिया रिपोर्ट