

गर्भ निरोधक को लेकर अश्लील कमेंट करते हैं लोग :- आशा कार्यकर्ता कौसर खान बताती हैं कि गांवों में प्रसूताओं की डिलेवरी कराना हो या का काम करना हो या सरकार की तमाम तरह की आशाओं का काम एक आशा कार्यकर्ता के भरोसे पूरा कराया जाता है। लेकिन इन दिनों सरकार के कंडोम का नाम आशा के नाम पर रखने से आते-जाते लोग भद्दे तरीके कमेंट करते हैं कि एक बार आशा मिल जाए तो सारे हसरत पूरी हो जाए। क्या यही सोचकर सरकार ने कंडोम का नाम आशा रखा है। एक तरफ तो सरकार महिलाओं के सम्मान की बात करती है। वहीं दूसरी ओर उनके अपमान के लिए आशा कंडोम बंटवाने को मजबूर कर रही है।
सरकार की अपील का उल्टा अर्थ निकालते हैं लोग :- आशा कार्यकर्ता गीता देवी कहती हैं कि सरकार लोगों से सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए यह अपील करती है कि आशाओं से मिलो, लेकिन लोग इसका उल्टा अर्थ निकालकर हमारे पास पहुंच जाते हैं। वो कहते हैं कि सरकार ने कहा कि आप से मिलो और मदद लो। सरकार द्वारा कंडोम का नाम आशा रखने से जिंदगी जीना मुश्किल हो गया है। हर रोज छेड़छाड़ होती है। लेकिन किसी से इसलिए नहीं कह पाते कि नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।
लगाएंगे जनहित याचिका :- पॉलिटिकल एक्टिविस्ट कोमल जायसवाल का कहना है कि सरकार को 15 दिन का समय दिया है। ताकि वो कंडोम का नाम बदल ले। इसके बाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे।
केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखेंगे :- नेशनल हेल्थ मिशन, मप्र के एमडी एस विश्वनाथन के मुताबिक, कंडोम का नाम आशा होने से परिवार नियोजन कार्यक्रम पर हो रहे असर का हवाला देकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को चिट्ठी लिखेंगे। आशा कार्यकर्ताओं की आपत्ति जायज है।
सरकार की अपील का उल्टा अर्थ निकालते हैं लोग :- आशा कार्यकर्ता गीता देवी कहती हैं कि सरकार लोगों से सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए यह अपील करती है कि आशाओं से मिलो, लेकिन लोग इसका उल्टा अर्थ निकालकर हमारे पास पहुंच जाते हैं। वो कहते हैं कि सरकार ने कहा कि आप से मिलो और मदद लो। सरकार द्वारा कंडोम का नाम आशा रखने से जिंदगी जीना मुश्किल हो गया है। हर रोज छेड़छाड़ होती है। लेकिन किसी से इसलिए नहीं कह पाते कि नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।
लगाएंगे जनहित याचिका :- पॉलिटिकल एक्टिविस्ट कोमल जायसवाल का कहना है कि सरकार को 15 दिन का समय दिया है। ताकि वो कंडोम का नाम बदल ले। इसके बाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे।
केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखेंगे :- नेशनल हेल्थ मिशन, मप्र के एमडी एस विश्वनाथन के मुताबिक, कंडोम का नाम आशा होने से परिवार नियोजन कार्यक्रम पर हो रहे असर का हवाला देकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को चिट्ठी लिखेंगे। आशा कार्यकर्ताओं की आपत्ति जायज है।
साभार :- मिडिया रिपोर्ट