3 माह में 3 विश्व रिकार्ड बनाकर छिन्दवाड़ा बना प्रदेश का पहला जिला…

प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ के नेतृत्व में छिन्दवाड़ा जिला प्रदेश का ऐसा पहला जिला बन गया है जिसने मात्र 3 माह में 3 विश्व रिकार्ड बनाकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। जिले के सांसद नकुल नाथ, प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जिले के प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे के साथ ही अन्य जनप्रतिनिधियों की विशेष सहभागिता और रूचि तथा कलेक्टर डॉ.श्रीनिवास शर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह नागेश और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों व जिले के युवाओं और नागरिकों के सामूहिक प्रयासों से यह विश्व रिकार्ड बनाना संभव हो पाया है। ये विश्व रिकार्ड कृषि, संस्कृति और संस्कार के क्षेत्र में हासिल हुये हैं।

मुख्यमंत्री श्री नाथ के नेतृत्व में जिले में पहली बार 7 दिसंबर 2019 को कॉर्न फेस्टिवल के अंतर्गत जिले के 4 हजार 792 शासकीय व अशासकीय प्राथमिक, माध्यमिक, हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिये “कॉर्न सिटी” विषय पर एक साथ पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें जिले के 2 लाख 75 हजार से भी अधिक विद्यार्थियों ने बड़े ही हर्ष, उत्साह और उमंग के साथ सहभागिता कर पेंटिंग बनाई। मोस्ट पीपल ड्राइंग ऑन ए सिंगल थीम साईमल्टेनियसली (मल्टीपल लोकेशन्स) पर संपन्न हुई इस प्रतियोगिता से जिले का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस में दर्ज हुआ और जिले का गौरव बढ़ा। उल्लेखनीय है कि कृषि के क्षेत्र में मक्का के विपुल उत्पादन विशेषकर स्वीट कॉर्न के लिये छिन्दवाड़ा जिले ने प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।

  जिले में दूसरी बार छिन्दवाड़ा में महात्मा गांधी प्रवास शताब्दी समारोह के 6 जनवरी 2020 के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान जिले के 25 हजार संस्कृतिधर्मी युवा विद्यार्थियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रिय भजन “वैष्णव जन तो तैने कहिये, जे पीर पराई जाणे रे…” का एक साथ सामूहिक रूप से गायन कर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस में अपना नाम दर्ज कराकर जिले को गौरवान्वित किया। इस कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात जय जगत यात्रा के पदयात्रियों के साथ ही जिले के लगभग 5 हजार जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं और नागरिकों ने भी इस सामूहिक गान में गायन कर अपनी सहभागिता दर्ज की तथा महात्मा गांधी को याद किया।

      जिले में एक माह के भीतर दो-दो विश्व रिकार्ड बन जाने से जिले के युवाओं में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ जिसके परिणामस्वरूप गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस का तृतीय कीर्तिमान बना। मुख्यमंत्री श्री नाथ की प्रेरणा से जिले के विभिन्न जाति-सम्प्रदाय के 3 हजार 353 जोडों ने सामूहिक विवाह सम्मेलन में एक साथ विवाह कर विश्व रिकार्ड बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई जिसमें 114 दिव्यांग जोड़े भी शामिल है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना एवं दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन योजना अंतर्गत यह केवल सामूहिक विवाह का आयोजन नहीं था, बल्कि भारतीय संस्कृति की विवाह परम्परा का एक अनूठा संस्कार था जिसमें 3 हजार 353 नये परिवारों को उनके रीति-रिवाजों व परम्परा के अनुसार बसाने का पुण्य अनुष्ठान संपन्न हुआ। यह पहली बार हुआ कि एक साथ सामूहिक रूप से हजारों की संख्या में घर बसने पर जिले में खुशियां ही खुशियां बिखर रहीं थीं।