12 हजार की रिश्वत के साथ पटवारी गिरफ्तार ..

प्रदेश में भ्रष्टाचारियों ने भ्रष्टाचार की इतनी गहरी जड़ें स्थापित कर दी है की इससे पार पाना लगता है की अब सरकार अकेले के लिए दूभर हो गया है ! परन्तु जनता  के जागरूक  होने और जुझारुपन ने समाजसे इस नासूर को हटाने की ठान ली है ! तभी तो जनता के सहयोग से एक-एक कर भ्रष्टाचारियो को उनके ठीक ठिकाने तक पहुँचने का काम सरकारी एजेंसियां कर रही है ! समाज के इस कलंकित धब्बे को साफ़ करने बाली जनता को कोटि – कोटि धन्यवाद ..

उज्जैन में जमीन के नामांतरण एवं नपती के लिए पटवारी द्वारा लम्बे समय से रिश्वत मांगी जा रही थी। अति होने पर विवश होकर पीड़ित की शिकायत पर लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए आरोपी पटवारी को 12 हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार कर लिया।

प्रदेश के उज्जैन जिले में रिश्वतखोरी  के मामले में एक पटवारी को लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसे रंगे हाथों 12 हजार रुपये लेते हुए पकड़ा। उसने ये रकम जमीन नामांतरण और नपती के लिए मांग रहा था ! 

 

 

जानकारों के मुताबिक आवेदक रविंद्र देशपांडे निवासी हरीओम बिहार उज्जैन ने लोकायुक्त कार्यालय उज्जैन में उपस्थित होकर पुलिस अधीक्षक महोदय को शिकायत प्रस्तुत की थी। उसने बताया कि उसकी पत्नी के नाम जमीन खरीदी है। जमीन के नामांतरण एवं नपती के लिए जब वह पटवारी नितिन खत्री से मिला तो पटवारी ने इसके बदले में 15 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। शिकायत की पुष्टि के बाद लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाया। पहले आवेदक के माध्यम से उसे 12 हजार रुपये लेने के तैयार कराया फिर जगह और समय तय किया गया। 

उज्जैन पटवारी नितिन खत्री को उसके महाकाल वाणिज्य केंद्र स्थित निजी कार्यालय में आवेदक रविंद्र देशपांडे से 12 हज़ार रुपये रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त उज्जैन के निरीक्षक राजेंद्र वर्मा, डीएसपी सुनील तालान व टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।