प्रदेश भर के सभी शासकीय विभाग मौजूदा दौर में मानव संसाधन की कमी से दो-चार हो रहे है ! लाखो की संख्या में कर्मचारियों-अधिकारियो की कमी का खामियाजा प्रदेश की जनता भुगत हो रही है ! सभी शासकीय कार्यालयों के आलाधिकारी कर्मचारियों का रोना रोकर अपनी जान बचा रहे है ! वहीं दूसरी और सरकार के पास पैसों की कमी के चलते अस्थाई और ठेके पर रखे कर्मचारियों को सेवा से प्रथक कर बेरोजगारी के दलदल में मरने के लिए मजबूर किया जा रहा है !
उधारी पर चल रही प्रदेश सरकार पशोपेश में है की आगामी साल में बे इस तरह की अनेकों समस्या के बीच अपने सपनों की सरकार कैसे बना पाएंगे ? परन्तु सरकारी कार्यकर्मो में अंधाधुंध पैसा खर्च किया जा रहा है , ऐसे में हल भी सरकारों को ही निकालना होगा और जनता को महंगाई की चाबुक बर्दास्त करने की शक्ति ग्राह करनी होगी….राकेश प्रजापति
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक आदेश जारी कर कोरोना काल में रखे गए स्वास्थ्य कर्मियों की सेवाएं 31 मार्च तक ही लेने के आदेश दिए हैं। कलेक्टर्स और सीएमएचओ को सम्बोधित पत्र में कहा गया है कि 01 अप्रैल 2022 से इनकी सेवाएं समाप्त मानी जाएँगी।