हिंदूवादी संगठन का स्कूल पर हमला ….

वर्तमान समय में सियासत पाने की चाह ने समाज का सामाजिक ताना बाना छिन्नभिन्न कर दिया है ! हर कोई धर्माबिलंबी दुसरे धर्म के लोगो को शक भरी निगाहों से देखने को बाध्य सा हो रहा है ? इस तरह की घटनाए आग में घी डालने का काम कर रही है !मौजूदा समय में हरएक धर्म के तथाकथित नेता मामले को तूल देने का काम कर माहौल बिगड़ने पर घटना स्थल से रफू चक्कर हो जाते है ! इस तरह की घटनाओं ने समाज के बुद्धिजीवी,सामाजिक संगठनो और प्रगतिशील,सकारात्मक सोच के लोगो को सोच में डाल दिया है की इस दूषित होते सामाजिक परिवेश को आखिर बचाया कैसे जाय ….?

मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के गंज बासोदा के सेंट जोसेफ स्कूल में सोमवार को कुछ लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। उनका आरोप था कि स्कूल ने 8 बच्चों का धर्मांतरण किया है। उनके माता-पिता पर रविवार को चर्च में उपस्थित रहने के लिए दबाव बनाया जाता है। पथराव उस समय हुआ, जब स्कूल में बच्चे सीबीएसई 12वीं की परीक्षा दे रहे थे।

हंगामा करने वाले खुद को हिंदूवादी संगठन का बता रहे थे। हिंदूवादी नेता नीलेश अग्रवाल का आरोप है कि स्कूल में 8 बच्चों का धर्मांतरण हुआ है। बाल आयोग ने भी कलेक्टर को पत्र लिखकर इस मुद्दे को उठाया था। इन संस्थाओं में शिक्षा, स्वास्थ्य के नाम पर धर्मांतरण किया जा रहा है। हिंदू मान्यताओं पर प्रतिबंध लगाया जाता है। दिसंबर के रविवारों को बच्चों और उनके माता-पिता को चर्च के कार्यक्रमों में भाग लेने को बाध्य किया जा रहा है। अगर धर्मांतरण की कोशिशें जारी रही तो हिंदू जागरण मंच, विहिप, बजरंग दल ,अभाविप जैसे संगठन इसका विरोध करेंगे।

घटना के बाद स्कूल प्रबंधक ब्रदर एंटोनी ने कहा कि स्कूल के घेराव की सूचना पुलिस और प्रशासन को पहले ही दे दी गई थी। जिस समय पथराव हुआ, उस समय स्कूल में 12वीं के बच्चों की परीक्षा चल रही थी। करीब 14 बच्चे परीक्षा दे रहे थे, वे स्कूल में ही थे। तोड़फोड़ से बच्चे डर गए। स्कूल का स्टॉफ भी स्कूल में ही था। प्रशासन को पहले से जानकारी होने के बाद भी तोड़फोड़ हुई है, जो पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है।

स्कूल प्रबंधक ब्रदर एंटोनी ने कहा कि स्कूल को लेकर एक पत्र प्रसारित किया जा रहा है। इसमें लिखा है कि स्कूल में आठ हिंदू छात्रों का धर्म परिवर्तन कर उन्हें ईसाई बनाया गया। ये छात्र हमारे स्कूल के नहीं हैं। जो पत्र प्रसारित किया जा रहा है, वह 31 अक्टूबर रविवार का है। रविवार को स्कूल में कोई नहीं होता है। पत्र देखने के बाद मैंने इसकी सूचना पुलिस को दी थी, इसके बाद भी सिर्फ दो पुलिसवालों को स्कूल की सुरक्षा में तैनात किया गया।

एसडीएम रोशन रॉय ने कहा कि  स्कूल की सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस ने भीड़ को रोकने की कोशिश भी की थी। हालांकि, उन्होंने पत्थर चलाए। घटना में सभी सुरक्षित हैं। किसी को भी किसी भी प्रकार की चोट नहीं आई है। वहीं, एसडीओपी भारतभूषण शर्मा का कहना है कि पुलिस के इंतजामों में कोई कमी नहीं थी।

गंज बासोदा के सेंट जोसेफ स्कूल में हुए पथराव के बाद शहर के चर्च और भारत माता कॉन्वेंट स्कूल की सुरक्षा बढ़ा दी है। एसपी और कलेक्टर भी मौके पर पहुंच गए हैं। एसपी मोनिका शुक्ला ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। कानूनन जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है।

प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में कहा कि इस प्रकरण में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। आगे ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। साभार मिडिया रिपोर्ट