हनी ट्रैप मामले में आरोपी श्वेता और आरती जेल से रिहा ..

प्रदेश में कमलनाथ सरकार के वक्त सामने आये प्रदेश के हाई प्रोफाइल काण्ड जिसमे राजनेता , कई तत्कालीन मंत्री तो अनेक पूर्व मंत्री  ,नौकरशाह और प्रदेश सरकार के उच्चपदो में आसीन अधिकारियों की संलिप्तता बताई जा रही थी ! मप्र के बहुचर्चित हनीट्रेप मामले की आरोपी आरती दयाल और श्वेता विजय जैन से जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा हो गईं। श्वेता ने बस ये कहा कि समय आने पर सब बताऊंगी, वहीं आरती ने कहा मुझे झूठे केस में फंसाया गया। कानूनी लड़ाई लड़ूंगी।

मप्र के बहुचर्चित हनीट्रेप केस में आरोपी आरती दयाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई जिसके बाद वह जेल से रिहा हुई। इसी केस में आरोपी श्वेता विजय जैन को भी जमानत मिलने के बाद शुक्रवार रात को जेल से रिहा किया गया। आरोपी महिलाओं ने बस इतना कहा कि समय आने पर सब बताएंगीं।

ज्ञात हो कि इंदौर की पलासिया पुलिस ने दिसंबर 2019 में इंजीनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वप्निल जैन और आरती दयाल सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि महिलाओं ने इंजीनियर का अश्लील वीडियो बनाकर तीन करोड़ रुपयों की मांग की थी। हनीट्रैप केस में तो महिलाओं को जमानत मिल गई, लेकिन सीआईडी (भोपाल) में दर्ज मानव तस्करी का केस सर्वोच्च न्यायालय पहुंच गया।

 

इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने पर आरती दयाल की गुरुवार रात रिहाई हुई, जबकि श्वेता को शुक्रवार रात रिहा किया गया। दोनों  अपने भाइयों के साथ गईं। श्वेता जैन नकाब बांधे जेल से बाहर निकली। उसने मामले को  लेकर किसी तरह की बात नहीं की। कार में बैठते वक्त सिर्फ ये कहा कि समय आने पर सब बताऊंगी।

 

इस मामले में आरती दयाल ने भी खुद को बेकसूर बताया। कहा कि मैं झूठे केस में ढाई साल तक जेल में रही हूं। इंसाफ के लिए कानूनी लड़ाई लड़ूंगी। मीडिया के सामने बात रखने का मौका ही नहीं मिला। समय आने पर बात रखूंगी। आरती ने कहा कि उसे  नहीं पता कि हनीट्रैप केस क्यों बनाया। जो आरोप लगाए उससे संबंधित सबूत ही नहीं है। इंजीनियर हरभजन सिंह और दोनों श्वेता को पहचानने से भी इंकार किया। आरती ने कहा कि मैंने बुरा वक्त बिताया है और अब इंसाफ के लिए लड़ूंगी। राजनेता और अफसरों के बारे में पूछने पर आरती ने कहा कि प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए मैं इस बारे में ज्यादा नहीं बोल सकती। जेल से रिहा होने के बाद आरती परिवार के पास छतरपुर रवाना हुई। जाते-जाते कहा कि मैं जल्द सबके सामने आकर अपनी बात रखूंगी। सभार ; मिडिया रिपोर्ट