स्वार्थी तत्वीं ने दीमक की तरह चट कर दिया है शासकीय तंत्र को  ..

प्रदेश भर में सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार  और भ्रस्टाचारी दोगुरी रफ्तार से बढ रहे है ! जानकार बताते है की इसका प्रशिक्षण कोरोना काल में वरिष्ठ अधिकारियों के संरक्षण में फर्जी आंकड़ो की फसल कैसे तैयार और कैसे काटी जाती है ! इसका प्रशिक्षण ले सिद्धहस्त ये लोग अब प्रदेश वासियों को बेरहमी के साथ लूट रहे है ! वरिष्ठ नौकरशाहों और राजनेताओं की चुप्पी आग में घी डालने का काम कर रही है ! इससे क्या यह समझा नही जाना चाहिए की ये सब बंदरबांट सामुहिक लूट और लूट के आपसी बंटबारे की ओर इशारा करती है ….

प्रदेश के सरकारी विभागों में प्रतिवर्ष भ्रष्टाचार का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है ! सन 2020 की तुलना में पिछले साल मामले दोगुने बढ़ गए ! बीते 2 सालों में घोटालों की 50 f.i.r. ई ओ डब्ल्यू में दर्ज होती थी ! जो 2021 में बढ़कर 91 तक पहुंच गई है !

ई ओ डब्ल्यू ने 15 महीनों में याने (1 जनवरी 2021 से 31 मार्च 2022 ) में 126 एफ आई आर दर्ज कर चुकी है ! यही स्थिति सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों में बढ़ते भ्रष्टाचार की है !

लोकायुक्त पुलिस ने बीते 15 महीनों में 321 भ्रष्ट अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ रिश्वत , आय से अधिक संपत्ति और पद के दुरुपयोग की एफ आई आर दर्ज की है !

लोकायुक्त पुलिस ने बीते 15 महीनों में ( जनवरी 2021 से मार्च 2022 ) 268 भ्रष्टों को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया ! इनमें58 लाख रु जबत किये । ईओडब्ल्यू में वर्ष 2021 में घोटालों और धोखाधड़ी की 276 शिकायतें पहुंची थी जिसमें से 91 एफ आई आर दर्ज की गई !

लोकायुक्त पुलिस ने कोर्ट में 229 चालान पेश किए जिसमें कोर्ट ने 83 फीसदी यानी 116 लोगों को सजा , वहीं 25 लोगों को दोषमुक्त किया ! इस तरह सहज की अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे स्वार्थी तत्वीं ने दीमक की तरह चट कर दिया है शासकीय तंत्र को  ..