सूदखोरों से परेशान महिला ने क़ि आत्महत्या ..

 प्रदेश शासन लगातार अपने स्तर पर प्रयास कर रही है की प्रदेश में सूदखोरों से प्रदेश की जनता को निजात दिला सकें ,परन्तु
 इनकी जड़ें इतनी गहरे तक जाम गए है ! क़ि ये अपनी हरकतों से जनता को असमय जान देने को मजबूर कर रहे है! बीते दिनों  ऐसी अनेक घटनाएं सामने आ रही है जिससे प्रदेश सरकार की छवि धूमिल हो रही है । इसी तारतम्य में प्रदेश में सूदखोरों से परेशान होकर आत्महत्या करने का मामले थम नहीं रहे हैं। इसी तरह का एक और मामला जबलपुर से आ रहा है जहाँ 50 वर्षीय महिला ने सूदखोरों से परेशान होकर जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की तब महिला को गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है जिसमें पता चला है कि वो सूदखोरों की प्रताड़ना से परेशान था, जिसके चलते ये कदम उठाया गया।

ज्ञात हो कि अधारताल थाना पुलिस ने पीड़िता की बेटी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, तब अधारताल कटरा निवासी 50 वर्षीय उमा रैकवार ने बताया कि कोरोना काल में उसका व्यापार बन्द हो गया था तब घर चलाने के लिए उसने मानसरोवर कालोनी निवासी सपना प्रजापति से 50000 और काकुल प्रजापति से 30000 रु लिए थे, दोनों ही महिलाओं ने 10% के ब्याज पर रुपए वसूलना शुरू कर दिया।

उमा रैकवार ने बताया कि सपना प्रजापति ने 50000 रु के एवज में जहां डेढ़ लाख रुपए वसूल चुकी है तो वहीं का कोकिल प्रजापति ने भी उससे अभी तक 60000 रु ले चुके हैं इसके बावजूद भी का कोकिला प्रजापति उससे 30000 रु और मांग रही है जबकि सपना प्रजापति की नजर उसके मकान पर है, साथ ही पीड़िता ने पुलिस को बताया कि सपना प्रजापति और काकुल प्रजापति ने उसे कई दिनों से परेशान कर रहे हैं, सपना ने रु वसूल करने के लिए जितेंद्र नाम के एक व्यक्ति को उनके घर भेजा जहां उसने गाली गलौज करते हुए धमकी दी, 11 जनवरी को भी सपना और कोकिल उसके घर पहुंचे थे और रुपए के एवज में मकान मांग रहे थे और जब पीड़ित महिला मकान देने तैयार नहीं हुई तो उसे धमकी देते हुए चले गए लिहाजा डरकर उमा रैकवार ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की फिलहाल पुलिस ने सपना और जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है।