सूदखोरों के आतंक से जा रही है मासूम जाने ..

प्रदेश में सूदखोर और उनके द्वारा जबरन बसूली ऐसा नासूर की तरह है जिसके चलते अनेको धर बर्बाद और कईयों जाने असमय मौत के मुहँ में समा गई है और जा रही है ! सूदखोरों का जाल आदिवासी अंचलों में तो फैला ही था परन्तु अब शहरी जीबन में भी अनेको बारदातें गाहेवगाहे सुनाई दे रही है ! इससे मुक्ति के लिए 15 महीनों की कमलनाथ सरकार ने इसके सफाए के लिए युद्ध स्तर पर अभियान चलाया था जिसे शिवराज सरकार भी जारी रखे हुए है ! बाबजूद इसके फिर भी अनहोनी घटनाओं से सभ्य समाज सिहर सा जाता है ! जिला एवं पुलिस प्रशासन के मुस्तैद रहने से घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है ….

इसी तरह जबलपुर में सूदखोरों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है, ऐसे में कहा जा सकता है कि जबलपुर पुलिस की सूदखोरों के खिलाफ चलाई जा रही मोबाइल वैन पूरी तरह से असफल साबित हो रही है।

ज्ञात हो कि गोरखपुर थाना क्षेत्र में कटंगा निवासी एक व्यक्ति ने सूदखोरों से परेशान होकर फांसी लगाकर सुसाइड कर ली, साथ ही मृतक ने एक सुसाइड नोट भी पीछे छोड़ा था जिसमें उसने 2 लोगों के नाम लिखकर उनसे परेशान होने की बात लिखी है, गोरखपुर थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

गोरखपुर थाना पुलिस ने बताया कि कटंगा निवासी 45 वर्षीय चंद्रशेखर उर्फ बबलू मशीह ने विगत 19 मई 2021 को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जांच के दौरान मृतक चंद्रशेखर द्वारा लिखा गया एक सुसाइड नोट पुलिस को मिला था, जिसमें उसने कुम्हार मोहल्ला निवासी प्रकाश चंद्र चक्रवर्ती एवं ग्वारीघाट निवासी संतोष पटेल द्वारा रुपए की मांग करते हुए परेशान करने की बात लिखी थी,जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि दोनों से मृतक चंद्रशेखर ने रुपए उधार लिए थे

दरअसल, आरोपी प्रकाश चंद्र एवं संतोष पटेल द्वारा रुपयों की मांग करते हुए परेशान किया जा रहा था, इसी कारण चंद्रशेखर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, पुलिस ने आरोपी प्रकाश चंद्र चक्रवर्ती एवं संतोष पटेल के खिलाफ धारा 306 सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर आरोपी प्रकाश चंद्र चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया है जबकि संतोष पटेल फरार है। मिडिया रिपोर्ट