सीएम को ठंडी चाय परोसने पर कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को नोटिस..

विश्व के सबसे बड़े लोकतान्त्रिक देश में जनता के द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों के ठाठबाट किसी राजा महाराजा से कम नही है ! जनसेवा के नाम पर चुने गये सेवक जिन्हें आज नेता के नाम से जाना ,पहचान और पुकारा जाता है ! चुनकर आने के बाद ये जनसेवक राजा की तरह व्यवहार करने लगते है ! भारतीय संविधान के मुताबिक़ लोकतंत्र में जनता मालिक होती है !

परन्तु दुर्भाग्य ये जनसेवक उसी दिन से जनता को याचक और स्वयं को मालिक समझने लगते है ! पांच साल तक ये जनसेवक राजाओं जैसा भोग विलास और आकूत सम्पति के मालिक बन जाते है !  उन्हीं की तरह तंत्र को सम्हालने बाले नौकरशाह भी जनता के साथ सौतेलों जैसा व्यवहार करते है , जनता की गाढ़ी कमाई ( टेक्स ) से वेतन पाने वाले नौकरशाह जिन्हें जनता की चाकरी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई ! वे भी जनसेवकों की तरह जनता का शोषण कर रहे है ! लोकतंत्र में इनके ठाठबाट की बानगी इसी वाकये से देखी ,सोची और समझी जा सकती है ..राकेश प्रजापति 

खजुराहो एयरपोर्ट पर सीएम शिवराज सिंह चौहान के सत्कार में लापरवाही करने वाले अफसर पर गाज गिरते-गिरते बची है। अधिकारी पर प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए पहले तो कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, बाद में कलेक्टर ने एक और पत्र जारी कर नोटिस को निरस्त किए जाने के आदेश दिए। पूरे मामले में कांग्रेस चुटकी ले रही..

जानकारों के मुताबिक़ मामला सीएम शिवराज के खजुराहो दौरे से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि खजुराहो एयरपोर्ट पर CM शिवराज सिंह चौहान को ठंडी चाय परोसी गई थी। जिस पर राजनगर एसडीएम DP द्विवेदी ने कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी राकेश कान्हूआ को कारण बताओ नोटिस जारी किया जिसमें तीन दिन में जवाब देने को कहा गया है। बाद में कलेक्टर संदीप जीआर की ओर से भी एक पत्र जारी किया गया, जिसमें कारण बताओ नोटिस को निरस्त करने का आदेश दिया गया। 

ज्ञात हो कि रीवा जाते समय सोमवार को CM शिवराज सिंह चौहान खजुराहो एयरपोर्ट पर अल्पविराम के लिये रुके थे। उनके साथ क्षेत्रीय सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा थे। इस दौरान CM को पिलाई गई चाय अमानक और ठंडी थी। ठंडी चाय परोसने वाले अधिकारी पर कार्रवाई के लिए नोटिस दिया गया था। पूरे मामले में कांग्रेस हमलावर हो गई है। नरेंद्र सलूजा का कहना है कि मामले में काफी किरकिरी हुई है। कांग्रेस के विरोध के बाद कलेक्टर से आदेश जारी करवाकर नोटिस निरस्त कराया गया है।