सांसद और सिंधिया समर्थको के बीच तना तनी ..

ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने और केंद्र में मंत्री बनने के बाद से प्रदेश भाजपा में उनका कद बड़ा होते जा रहा है साथ ही उनके समर्थको को भी मंत्री पद पर नवाजे जाने के बाद से उनके समर्थको और परम्परागत भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच वर्ग संघर्ष की स्थति बनी हुई है जो गाहे बगाहे जग जाहिर हो जाती है !  जिस तरह से भाजपा में सत्ता और संगठन में सिंधिया का कद बढा है!   उसके बाद से ही उनके समर्थक जिस तरह का व्यवहार भाजपा के पुराने नेताओं व कार्यकर्ताओं को नीचा दिखाने का काम कर रहे है वह मानो बगावत का मैदान तैयार करने का काम कर रहे है ! जो भविष्य में ज्वालामुखी की तरह ना फूटे , आसार टी ऐसे ही नजर आ रहे है…. 

ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से चुनाव हराने वाले बीजेपी सांसद केपी यादव अपनी ही पार्टी में असहज महसूस कर रहे हैं। उनका आरोप है कि सिंधिया के समर्थक उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। सरकारी कार्यक्रमों में उन्हें नहीं बुलाया जाता है। केपी यादव  इस कदर परेशान हो गए हैं कि उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को चिट्ठी लिखी है। इससे पहले अपने अनदेखी को लेकर स्थानीय अधिकारियों और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को भी पत्र लिख चुके हैं। सारी चिट्ठियां सामने आने के बाद बीजेपी में खलबली मच गई है।

शुक्रवार को यह पूरा प्रकरण मीडिया के सामने आया था। इसके बाद नवभारत टाइम्स.कॉम ने उनसे फोन के जरिए बात की थी। सासंद पहले तो चिट्ठी लिखने की बात को खारिज करते रहे। बार-बार सवाल दोहराने पर उनका पूछना था कि कौन सी चिट्ठी की बात कर रहे हैं। साथ ही वह ज्योतिरादित्य सिंधिया का सीधे नाम लेने से बचते रहे। इसके बाद उन्होंने फोन काट दिया। मगर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखी गई चिट्ठी में उन्होंने इस बात का जिक्र किया है।

बीजेपी सांसद केपी यादव ने सारी शिकायती चिट्ठियां दिसंबर में लिखी है। सांसद ने अपने पत्र में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार लोगों के काम करने के तरीके की शिकायत की है और अब यह पत्र सार्वजनिक हो गया है। इसके साथ ही पार्टी की आंतरिक कलह उजागर हो गई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में कृष्णपाल सिंह यादव ने सिंधिया को, जो उस समय कांग्रेस में थे, गुना में 1.25 लाख से ज्यादा मतों से हराया था। मार्च 2020 में सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद से समीकरण बदल गए हैं।

केपी यादव ने आठ दिसंबर को दो पेज का पत्र बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा को भेजा है, जिसमें कहा गया है कि क्षेत्र में कई कार्यकर्ता और मंत्री, पार्टी की बजाए सिंधिया के वफादार हैं और उन्हें (यादव) नीचा दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। यादव ने पत्र में नड्डा से आग्रह किया है कि सिंधिया के वफादार नेताओं पर लगाम लगाई जाए क्योंकि पार्टी किसी व्यक्ति से बड़ी होती है।

इसके साथ ही बीजेपी सांसद केपी यादव ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को भी 15 दिसंबर 2021 को एक चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने क्षेत्र में किए जा रहे अनदेखी का जिक्र किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि हमें रानीकमलापति रेलवे स्टेशन के उद्घाटन में भी नहीं बुलाया गया। मैं पश्चिम मध्य रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति का सदस्य हूं। इसके बावजूद मुझे जगह नहीं दिया गया। इसे लेकर 17 जनवरी 2022 को अशोकनगर कलेक्टर ऑफिस से भी एक पत्र जारी कर जिले के कुछ अधिकारियों से सांसद की उपेक्षा पर सवाल किया गया है।

वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक और बीजेपी प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने एक समाचार पात्र  से फोन पर बात करते हुए कहा कि यह बीजेपी के परिवार का मामला है। हमलोग इसे परिवार के स्तर पर ही तय कर लेंगे। कांग्रेस पार्टी अपनी देखे।

कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि गुना-शिवपुरी सांसद केपी यादव के बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र के सामने आने के बाद पार्टी के सभी जिम्मेदार नेताओं के मुंह में दही जम गया है। बीजेपी में कोई ऐसा ‘माई का लाल’ नहीं बचा जो अपनी पार्टी के सांसद के साथ खुलकर खड़ा हो सके, दलबदलूओं का खुलकर विरोध कर सके। प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को बताना चाहिए कि वह किसके साथ हैं, सांसद या सिंधिया के साथ..?

गौरतलब है कि बीजेपी में आने के बाद से ही कयासबाजी का दौर शुरू हो गया था। कयास लगाए जा रहे थे कि दोनों में अनबन हो सकती है। मगर कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में ज्योतिरादित्य सिंधिया और केपी यादव साथ नजर आए थे। इस दौरान सिंधिया ने कहा भी था कि अब हम दोनों एक हैं। हालिया विवाद को देखते हुए लगता है कि दोनों के दिल अभी नहीं मिले हैं। साथ ही सिंधिया के समर्थकों के मन में महाराज की हार का टीस अभी भी बरकरार है। इसी बात का मलाल सिंधिया समर्थकों को है और वे इसे लोगोंको अपमानित कर आपनी भडास निकाल रहे है ! मिडिया रिपोर्ट