सरकारी आवास पर रिश्वत लेते पकड़ाया नायब तहसीलदार ..

सरपंच में जीत का प्रमाण पत्र देने नायब तहसीलदार ने मांगे डेढ़ लाख रुपए, एक लाख नगद लेते लोकायुक्त टीम ने किया रंगेहाथ गिरफ्तार ….प्रदेश में भ्रष्टाचारियो ने रिश्वर लेने और मांगने के मामले में नीचता की सारे हदे पर कर दी है ! लगातार भ्रष्टाचारी पकड़ा रहे है फिर भी इन नामाकूलों को ज़रा भी शर्म नही आ रही है ! जनता के ज़रा ज़रा से कामों के लिए ये हरामखोरी पर उतर आये है ! क्या प्रदेश के मुख्यमंत्री इन भ्रष्टाचारियो के निजी आवासों पर बुलडोजर चलाने का साहस करेंगे ..? या फिर जनता ही कब तक अपना खून इन हरामखोरों को पिलाती रहेगी ! प्रदेश शासन इसका कोई स्थाई हल निकाल पाने  का साहस करेगी …? या फिर ये समझा जाए की इस  लूट में सबकी हिस्सेदारी है ……..
शिवपुरी जिले के खनियांधाना में पदस्थ एक नायब तहसीलदार सुधाकर तिवारी को सरपंच पद के जीते हुए एक उम्मीदवार को जीत का प्रमाण पत्र देने के एवज में रिश्वत लेते हुए पकड़ा है।

जीत का प्रमाण पत्र देने के लिए डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। शिकायतकर्ता एक लाख की रिश्वत देने जब नायब तहसीलदार को पहुंचा तो लोकायुक्त ने रंगे हाथों नायब तहसीलदार को पकड़ा है।

लोकायुक्त के अनुसार आवेदक उमाशंकर लोधी निवासी ग्राम बरसोला तहसील खनियाधाना जिला शिवपुरी से नायब तहसीलदार सुधाकर तिवारी पुत्र स्वर्गीय श्री तमारी दत्त तिवारी 35 वर्ष नायब तहसीलदार प्रभारी तहसील खनियाधाना जिला शिवपुरी ने सरपंच पद का जीत का प्रमाण पत्र देने की एवज में यह रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता द्वारा लोकायुक्त को शिकायत दर्ज कराई गई थी इसके बाद लोकायुक्त ने योजनाबद्ध ढंग से नायब तहसीलदार के आवास पर शिकायतकर्ता को भेजा।

 

एक लाख रुपए की रिश्वत अपने आवास पर लेते हुए नायब तहसीलदार को लोकायुक्त ने धर दबोचा। शिकायतकर्ता आवेदक के अनुसार वह सरपंच के पद पर विजयी हुआ था जिसके प्रमाण पत्र के लिए आरोपी आवेदक से ₹1,50,000 की अवैध रिश्वत मांग रहा था। पूर्व में 50 हजार रुपए की रिश्वत दी थी इसके बाद ₹100000 और देने थे जो 12 जुलाई को देना तय हुआ था इसी आधार पर शिकायतकर्ता नायब तहसीलदार को 100000/- रूपये की रिश्वत देने के लिए पहुंचा तभी आरोपी नायब तहसीलदार को लोकायुक्त ग्वालियर की टीम ने रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।

 

ग्वालियर लोकायुक्त टीम के निरीक्षक कविंद्र सिंह चौहान ने बताया कि शिकायतकर्ता के द्वारा शिकायत की गई थी इसके बाद रिश्वत लेते हुए नायब तहसीलदार को उनके आवास से पकड़ा गया है। …………रंजीतगुप्ता की रिपोर्ट