सड़क हादसे में तीन श्रद्धालुओं की मौत ..

तहसील मुख्यालय जुन्नारदेव मुख्यालय से लगभग 24 किलोमीटर दूर दमुआ-सारणी मार्ग पर स्थित झिर्रीघाट में आज भोर एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। दुर्घटना में एक अन्य गंभीर रूप से घायल नाबालिग को जिला अस्पताल रेफर किया गया । दमुआ पुलिस को सूचना मिलते ही वह मौका स्थल पर पहुंची, जहां पर कड़ी मशक्कत के बाद यहां पर दुर्घटनाग्रस्त स्विफ्ट डिजायर वाहन में फंसे तीनों शव को बमुश्किल निकाला गया, जबकि घायल नाबालिग को उपचार हेतु तत्काल ही छिंदवाड़ा की ओर रवाना कर दिया गया । दमुआ पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है।

महाशिवरात्रि के अवसर पर महादेव मेला लगा हुआ है। पडौसी राज्य महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में भक्तगण आते हैं जैसा जिसको साधन मिलाता है वे आपनी व्यवस्था कर लेते है तो दूसरी तरफ सम्पन्न लोग निजी वाहनसे भी मेला स्थ्हल पर पहुँच कर दर्शन लाभ लेते है !

ठीक इसी तरह एक निजी वाहन स्विफ्ट डिजायर तेज रफ्तार से आ रही थी !  झिर्रीघाट के अंधे मोड़ पर वहां चालक का गति पर से नियंत्रण नही रहा और वाहन वहां बनी हुई सुरक्षा दीवार से  टकरा गया, इस भीषण हादसे में वाहन में बैठे 3 श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक नाबालिग अत्यधिक गंभीर रूप से घायल हुई है। दमुआ पुलिस को जानकारी मिलने पर वह तुरंत मौका स्थल पर पहुंची। यहां पर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए वाहन में 3 शव फंसे हुए थे, जिसे निकालने में पुलिस को लगभग 3 घंटे से अधिक का समय लग गया।

दमुआ थाना प्रभारी हेमंत बावरिया ने बताया कि मृतकों के परिजनों को इस हादसे की जानकारी उनके परिजनों को महाराष्ट्र में दी जा चुकी है। पुलिस इस मामले में मर्ग कायम कर गहन विवेचना कर रही है।

महादेव मेला में दूसरा सड़क हादसा :- प्रत्येक महाशिवरात्रि के अवसर पर इस क्षेत्र में प्रतिष्ठित महादेव मेला का आयोजन होता है। इस मेले में शामिल होने के लिए मेलायात्री विदर्भ सहित समीपवर्ती जिले से बड़ी संख्या में सतपुड़ा के शिखर चौरागढ़ की पहाड़ियों पर पहुंचते हैं। पहाड़ियों के इस घुमावदार रास्तों पर वाहन चालकों के द्वारा अत्यधिक शराब का सेवन कर लिया जाने के चलते दुर्घटनाएं होती रहती हैं।

ज्ञात हो कि 2 दिन पूर्व ही जुन्नारदेव-सांगाखेड़ा मार्ग पर स्थित गोरखघाट की घुमावदार पहाड़ियों पर मेलायात्रियों से भरी एक पिकअप वाहन पलट जाने से 16 लोग घायल हो गए थे, जिनमें तीन की स्थिति अत्याधिक गंभीर होने के कारण उन्हें जिला अस्पताल दाखिल कराया गया था। जहां उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।

ऐसी दुर्घटनाओं से बचाव के लिए यह जरूरी है कि संभावित दुर्घटना स्थलों के पूर्व चेतावनी प्रदर्शित करते संकेतक लगाए जाने चाहिए एवं शराब का सेवन कर वाहन का परिचालन कर रहे चालकों पर कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि ऐसी दुर्घटनाओं पर विराम लगाया जा सके। फोटो सांकेतिक