वोट बैंक के खातिर पुरुस्करों की झड़ी ….

मौजूदा दौर में सत्ता पाने के खातिर राजनेता राजनीति साधने में किस हद जा सकते है की उसे सामाजिक सरोकारों ,सामाजिक समरसता और सामाजिक जातीय संतुलन की भी अनदेखी करते चले जा रहे है ,आज जो हो रहा है उसका समाज पर दूरगामी परिणाम क्या होगा इसकी परवाह किसी भी राजनैतिक दलों को नही है  ? ज्ञात हो की विगत 2016  से अनेको पुरुस्कारों का वितरण नही हुआ है जिसमे पत्रकारिता के क्षेत्र ने भी अनेको पुरूस्कार देने बाकी है ….खैर ! ये सब कब, कैसे और किसको नबाजा जाना है सत्ता भोग रहे हुक्मरानों पर निर्भर करता है ….? प्रदेश की भोली भाली जनता अपने द्वारा दिए गये टेक्स की राशि के बेजा इस्तेमाल का चुपचाप तमाश भर देखने को मजबूर है और कर्ज पर कर्ज दार हो रही है ! वर्तमान में प्रदेश सरकार पर पौने तीन लाख का कर्ज है और सत्ता भोग रहे लोगों को कोई फ़िक्र नही क्योंकि अब देश में सब कुछ सत्ता के ही हाथों संचालित हो रहा बाकि सब कठपुतली है ….

जनजातिया गौरव दिवस के मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी घोषणा की है।सीएम शिवराज ने कहा कि पद्मश्री की तरह मध्यप्रदेश का राजा संग्राम शाह पुरुस्कार स्थापित किया जाएगा जो जनजातीय समुदाय के नृत्य, संगीत एवं अन्य कलाओ में उत्कृष्ट करने वाले कलाकार को 1 नवंबर स्थापना दिवस के दिन देंगे। यह पुरस्कार सिर्फ जनजातीय समुदाय के कलाकारों के लिए रहेगा..

सीएम शिवराज ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस पर हमारे जनजातीय भाई-बहनों, बेटे-बेटियों की जिंदगी बदलने के नए युग की शुरुआत हुई है। मैं आपको शिक्षा, स्वास्थ्य, सम्मान, स्वावलंबन और रोजगार सहित न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति की गारंटी देता हूं।कला के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मध्यप्रदेश में भी कलाकारों को सम्मानित करने पुरस्कार की स्थापना की जाएगी।जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले मेरे सभी कलाकार भाई-बहनों, बेटे-बेटियों को ₹5-5 हजार की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आए मेरे जनजातीय कलाकार भाई बहनों, भांजे- भांजियों आप सभी लोक कला के उत्कृष्ट कलाकार हैं।जनजातीय_गौरव_दिवस पर प्रस्तुति देने वाले सभी कलाकारों को ₹5-5 हजार की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। निवास पर कार्यक्रम में विचार साझा किया।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गोंड चित्रकार पद्मश्री भज्जू श्याम जी की भावनाएं देश के जन-जन की आस्था का प्रकटीकरण है। पीएम मोदी जी कला के पारखी हैं। उन्होंने जब श्यामजी से मुलाकात कर उनसे कहा “और कोई आदेश है” तो ये शब्द किसी भी धन, वैभव संपदा से कई गुना गौरव की अनुभूति देते हैं।प्रसन्नता का विषय है कि यह सोसायटी परफॉर्मिंग आर्ट्स के तहत नुक्कड़ नाटक, ड्राइंग पेंटिंग, रंगमंच, नृत्य नाटिका के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, नारी सशक्तिकरण जैसे सामाजिक विषयों पर जनजागृति का कार्य कर रही है। आप सभी को मेरी तरफ से शुभकामनाएं।

प्रधानमंत्री मोदी जी के #जनजातीय_गौरव_दिवस पर भोपाल आगमन, आशीर्वचन और आपके द्वारा दी गई सौगातों से हमारे जनजातीय भाई-बहन ही नहीं, बल्कि डेढ़ करोड़ से अधिक अन्य लोग भी प्रदेश और देश भर से जुड़कर प्रफुल्लित हुए। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 1 करोड़ 54 लाख 51 हजार 718 था।विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेतृत्व पीएम मोदी जी का लोगों से कैसा अटूट जुड़ाव है, यह सोशल मीडिया पर भी देखने में आया। प्रदेश, देश-विदेश से करोड़ों लोग प्रधानमंत्री जी के भोपाल आगमन में वर्चुअल उपस्थित रहे और देश के गौरवशाली इतिहास से लेकर आधुनिक भारत तक के साक्षी बने।                                                                                            सम्पादकीय मण्डल के साथ मिडिया रिपोर्ट