लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के साथ व्यवहार बेहद निंदनीय : कमलनाथ

शिवराज सरकार में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के साथ यह व्यवहार बेहद निंदनीय, पूर्व मुख्यमंत्री – कमलनाथ 

पुलिस ने सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ल के पुत्र के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में एक युवक पर मामला दर्ज किया था। जिस के समर्थन में कुछ पत्रकार पुलिस थाने पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। इस पर पुलिस ने इन सब को हिरासत में ले लिया और इनके अर्ध नग्न फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर दिए। फोटो वायरल होते हुए पूरे देश भर में बवाल मच गया और इसे लेकर प्रदेश सरकार की छवि धूमिल हुई है ! राजनैतिक दवाव में प्रशासन किस तरह की कार्यवाही करता है ! इस बात का खुलासा भी इस घटना ने कर दिया है….

फोटो : खबरद्वार

हालांकि इस मामले में मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए दो पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के आदेश दे दिए लेकिन बवाल अभी थमा नहीं है। कलेक्टर कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि “घटना उचित नहीं है। इस तरह के चित्र से पूरे देश में छवि धूमिल हुई है। ऐसा नहीं होना चाहिए।”

वहीं दूसरी और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश के सीधी में मीडिया से जुड़े लोगों की जिस तरह की तस्वीरें सामने आयी है, वह बेहद शर्मनाक है।

जिस तरह के राजनैतिक दबाव की बात सामने आ रही है, उसकी उच्चस्तरीय जाँच होना चाहिए। इस पूरे मामले में दोषियों पर जो कार्यवाही की गयी है, वो नाकाफ़ी है, ज़िम्मेदारों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (शिकायत/मा.अ.) डॉ. अशोक अवस्थी पुलिस मुख्यालय भोपाल ने इस घटनाक्रम की जाँच के लिये श्री अमित सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (रेडियो) भोपाल को नियुक्त किया है। श्री अमित सिंह सीधी पहुँचकर प्रकरण की जाँच कर 3 दिवस में प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे।

सीधी में पुलिस हिरासत में पत्रकारों को अर्धनग्न करने के चित्र वायरल होने के बाद देशभर में मचे बवाल को लेकर मुख्यमंत्री ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। कलेक्टर कमिश्नर कांफ्रेंस के दौरान शिवराज ने इस मामले को लेकर चिंता जताई है। इस मामले में सीधी के एसपी पर भी कार्यवाही हो सकती है।

इस पूरे मामले को जिस तरह से बबाल मचा है उसे लेकर सीधी के पुलिस अधीक्षक मुकेश श्रीवास्तव की भूमिका पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। मुख्यमंत्री इस पूरे घटनाक्रम से अच्छे खासे नाराज हैं और इस बात की पूरी संभावना है इस मामले की गाज सीधी के एसपी पर भी गिर सकती है।