मुख्यमंत्री ले सकते हैं सभी मंत्रियों के इस्तीफा ….

राजनीति के खेल भी निराले है ? कौन कब और कैसे सियासी पांसे फेंक माहौल को रंग दे और उसमे अपना फायदा उठा ले इसे ही सियासत कहते है ! बीते दो दिनों से भाजपा को किसानो के मुद्दे पर माकूल जबाब नही देते बन रहा है , इसका फायदा कांग्रेस ने उठा कर इसी शोरगुल के बीच अपनी राज्य सरकार के बगावत में उठ रही गुटबाजी को शांत करने का अवसर तलाश लिया है ….

बीते कई दिनों से राजस्थान कांग्रेस में सचिन पायलट गुट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुट में खींचतान की खबरें सामने आती रही हैं. ऐसे में कांग्रेस आलाकमान राजस्थान सरकार में बड़ा बदलाव करने के मूड में है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज शाम पांच बजे मुख्यमंत्री निवास पर कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक बुलायी है. माना जा रहा है कि इस बैठक में सभी मंत्रियों से इस्तीफा लिया जा सकता है. जिसके बाद गहलोत मंत्रिमंडल का पुनर्गठन होगा. माना जा रहा है कि कल यानी 21 नवंबर को गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण हो सकता है।

 राजस्थान में अशोक गहलोत की कैबिनेट से तीन मंत्रियो ने दिया इस्तीफा, जानिए क्या थी वजह राज्यपाल कलराज मिश्र आज उत्तर प्रदेश से वापस लौट रहे हैं. कल हुए सियासी घटनाक्रम में राजस्थान के प्रभारी अजय माकन जयपुर पहुंचे और उन्होंने राजस्थान के तीन मंत्रियों शिक्षा मंत्री गोबिन्द सिंह जोटासरा, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया. इन तीनों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस्तीफे की पेशकश की है और कांग्रेस संगठन में काम करने की इच्छा जताई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उदयपुर दौरे पर थे और आज उनके उदयपुर में रुकने का कार्यक्रम था, मगर कांग्रेस आलाकमान के निर्देशों के बाद उनका दौरा रद्द कर दिया गया और अजय माकन को जयपुर भेजा गया है।

अजय माकन सीधे एयरपोर्ट से मुख्यमंत्री निवास पहुंचे जहां रात 12 बजे तक मुख्यमंत्री निवास पर चर्चा होती रही. आज पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और अजय माकन के बीच चर्चा होगी जिसके बाद माना जा रहा है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमे के बीच सुलह की राह खुलेगी. तीन मंत्रियों के इस्तीफे के बाद गहलोत मंत्रिमंडल में 12 मंत्रीपद खाली हो गए हैं. गहलोत के नए मंत्रिमंडल में सचिन पायलट के खेमे के अलावा निर्दलीय और बसपा से आए विधायक भी मंत्री बनाए जाएंगे।

गौरतलब है कि दिपावली से पहले ही राज्य कांग्रेस में फेरबदल पर विचार हो रहा था लेकिन बाद में तय हुआ कि इसमें पूरी तरह से बदलाव किया जाएगा. साल 2023 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ये बदलाव किए जा रहे हैं।