मुख्यमंत्री के रोड शो को सफल बनाने की कमान संभाली जिला प्रशासन ने..

नगरीय निकायो के मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है ! वैसे-वैसे जिले में राजनैतिक गतिविधिया तेज होती जा रही है और इसी के साथ ही आरोप प्रत्यारोपो का सिलसिला तेज और विष्फोटक होते जा रहा है ! इसी तारतम्य में आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का रोड शो हो रहा है ! जाहिर सी बात है की दोनों ही नेता अपनी प्रत्याशी के पक्ष और विरोधीयो को तरह-तरह के आरोपों से विभूषित कर अपनी पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे !

अब बात रही जिला प्रशासन की तो यह कितना निष्पक्ष है ? निर्वाचन प्रक्रिया का किस तरह निष्पादन करता है ,इसकी भी इन चुनावों में अग्नि परिक्षा होना है ! इसका आंकलन राजनैतिक दलों के लोगो के साथ-साथ जिले की जनता भी करेगी ! अब जिले के नौकरशाहों की बारी है की वे अपनी छवि किस तरह जनता के सामने पेश करेंगे ! इसका फैसला हम उन्ही पर छोड़ते है …. राकेश प्रजापति

इसी बीच असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने प्रेस को जारी विग्यप्ति में कहा कि फ्लाप आमसभा से नाराज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल होने वाले अपने रोड शो को सफल बनाने की जिम्मेदारी भाजपा नेताओं की वजाय प्रशासन को सौंपी और अधिकारियों ने अपने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को सीएम के रोड शो के दौरान सडक पर खडे रहने की सख्त हिदायतें दी हैं!

, रोड शो में भीड बढाने की प्रमुख जिम्मेदारी महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग को सौंपी गई, जिन्हें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ एवं आशा ऊषा सहयोगिनियों को अपने साथ पांच पांच बालिकाएं एवं महिलाएं लाने के लिए कहा गया है।
शर्मा ने कहा कि महिला बाल विकास की शहरी परियोजना की अधिकारी ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई और उन्हें प्रशासन के निर्देश सुनाते हुए कहा कि कल सीएम का रोडशो है, सभी को बिना ड्रेस के आना है और अपना मुंह बांधकर रखना है, अपने साथ पांच महिलाओं को भी लाना है, अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं को बुर्के में आने के निर्देश दिए गए हैं।

 

इसी तरह स्वास्थ्य विभाग के ब्लाक मेडीकल आफीसर एवं बीपीएम को आशा कार्यकर्ताओं को रोडशो में सड़कों पर खडे रहने के बुलाने की जिम्मेदारी दी गई। इसी तरह छात्रावास अधीक्षकों को बच्चों को सडक पर लाने की जिम्मेदारी दी गई, इससे स्पष्ट है कि सीएम का रोड शो भी आमसभा की तरह फ्लाफ होने जा रहा है इसलिए प्रशासन को जिम्मेदारी गी गई है। प्रशासन के उच्च अधिकारी अपनी वफादारी दिखाने के लिए कुछ ज्यादा ही मशक्कत कर रहे इसीलिए फ्लाफ सभा का कलंक मिटाकर सीएम का रोड शो सफल उन्हें ऱुश करने के लिए कर्मचारियों को भीड के रूप में बुला रहे हैं।

 

कामगार कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि कर्मचारियों को सीएम के राजनीतिक कार्यक्रम में भीड के रूप में उपयोग करना चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन तो है ही प्रशासन एवं कप्मचारियों का भाजपाईकरण करने जैसा कृत्य है। शर्मा ने कहा कि यदि प्रशासन भाजपा कार्यकर्ता बनकर काम करेगा, तब जनता के लिए कौन काम करेगा?

शर्मा ने कहा कि जिले की जनता ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं भाजपा को नकार दिया है, इसलिए ही सीएम की सभा फ्लाप हुई और जिला पंचायत में भाजपा को हरा दिया है। शर्मा ने कहा कि प्रशासन की मदद से सीएम एवं भाजपा नेता कर्मचारियों की भीड तो बुला सकते हैं लेकिन उनसे वोट नहीं ले सकते, यह बात अधिकारियों को समझनी चाहिए।