महिला संगीत के कार्यक्रम में पुलिस का ताण्डव ..

प्रदेश में पुलिस कार्रवाई के चलते अब लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ! पुलिस जहां अपने कर्तव्य से विमुख होकर सामाजिक कार्य में बाधा उत्पन्न करने का काम कर रही है जिससे समाज में उनकी छवि धूमिल होती जा रही है !प्रदेश में लगातार अपराधों की संख्या में जबरदस्त इजाफा देखने को मिल रहा है ! इससे यह स्वमेव सिद्ध हो जाता है कि पुलिस अपने कर्तव्यों का भली-भांति निर्वहन नहीं कर रही है बल्कि सामाजिक ताने-बाने को छेड जनता व समाज को उद्वेलित करने का काम पुलिस के द्वारा जाने अनजाने हो रहा है , जो कि आने वाले समय के लिए घातक सिद्ध हो सकता है ! पुलिस और आम जनता के बीच संघर्ष यह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है ….

जानकारों के मुताबिक़ छत्रीपुरा पुलिस लाइन के सामने चल रहे एक शादी समारोह में कल रात जमकर हंगामा हुआ।

जानकार बताते हैं कि उक्त शादी में महिला संगीत का कार्यक्रम चल रहा था उसी बीच स्थानीय पुलिस ने वहाँ पहुंचकर अपने पुलिसिया अंदाज में अभद्रता पर उतर आए !

महिलाओं ने उसका विरोध किया और उसी के चलते घरातियों के  परिजनों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी ,धीरे-धीरे मामला बढ़ता गया !

पुलिस बालों का कहना था कि बे पीसीआर वेन में तेज आवाज में चल रहा डीजे बंद करवाने पहुंचे थे। इस दौरान शादी में मौजूद मेहमानों से उनकी कहासुनी हो गई। परिवार के लोगो ने पुलिसकर्मियों पर शराब पीकर बदतमीजी करने का आरोप लगाया। जिसके बाद मौके पर जमकर मारपीट और तोड़फोड़ हुई। पुलिस ने इस मामले में शादी वाले परिवार के युवक और महिलाओं पर पुलिसकर्मियों से मारपीट करने और शासकीय काम में बाधा डालने का केस दर्ज किया है।

 

जानकारी के मुताबिक धानक परिवार में महिला संगीत और खाने का कार्यक्रम चल रहा था। रात करीब साढे ग्यारह बजे यहां पुलिसकर्मी विनोद, ब्रजेश ओर अमरीश पहुंचे थे। उन्होंने तेज आवाज में चल रहे डीजे बंद करने को कहा। इस दौरान उनकी यहां मौजूद लोगों से कहासुनी हो गई। परिवार का आरोप था कि पुलिसकर्मियों ने डीजे सिस्टम फेंक दिया। इसके साथ ही पूरा खाना भी फेंक दिया। तीनों पुलिसकर्मियों ने यहां जमकर हंगामा मचाया। चार साल की बच्ची और दूल्हे के साथ भी मारपीट की गई।

 

शादी में हुई मारपीट के बाद रहवासी और परिवार के लोग आक्रोशित हो गए। वह पुलिसकर्मियों के पीछे-पीछे थाने तक आ गए। यहां जमकर हंगामा करते रहे। सूचना के बाद यहां पर द्वारकापुरी और अन्नपूर्णा थाने का बल पहुंचा। परिवार का आरोप था कि पुलिसकर्मियों ने शराब पी है, उनका मेडिकल कराया जाए। लेकिन थाने में मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों ने उन्हें पीछे सीएसपी ऑफिस के गेट से बाहर कर दिया।

 

जानकारी के मुताबिक सूचना पर टीआई पवन सिंघल भी मौके पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की बात कर परिवार को शांत किया। लेकिन बाद में पुलिसकर्मियों की शिकायत पर ही परिवार पर केस दर्ज कर लिया। देर रात कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। पुलिस के मुताबिक शादी समारोह में मौजूद लोगो ने भी पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की थी।

TI पवन सिंघल के मुताबिक पुलिसकर्मी विनोद की शिकायत पर नीरज धानक, आंनद सुनहरे और परिवार की कुछ महिलाओं व पुरुषों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और मारपीट करने के मामले में केस दर्ज किया गया है। सांकेतिक फोटो ,साभार : मिडिया रिपोर्ट