मध्याह्न भोजन करने से 26 मासूम बच्चे बीमार ..

सरकारी स्कूलों में मिलने बाले मध्यान भोजन की घटिया गुणबत्ता और निर्माण को लेकर आये दिन भयावह समाचार मिडिया की सुर्खियाँ बटोरते है ! बावजूद इसके न तो प्रदेश सरकार के कानों में जूँ रेंगती है और न कमिशन बाजी के चक्कर में स्कूल प्रबंधन ! हम नही सुधरे की तर्ज पर सभी जिम्मेदार अपनी आंखें मूंदे हुए है ! नतीजा एक बार फिर सबके सामने ….

प्रदेश के सीधी जिले से बड़ी भयानक खबर आई है जिसे सुन कर आपका कलेजा भी मुहँ को आ जाएगा ! दरअसल यहाँ के एक स्कूल में मध्याह्न भोजन में छिपकली गिर गई। इस विषाक्त भोजन के खाने से  26 मासूम बच्चे बीमार हो गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामला जनपद शिक्षा केंद्र सिहावल के शासकीय प्राथमिक शाला घमसान, उत्तर टोला पतुखली का है। वहां मध्याह्न भोजन खाने के बाद अचानक बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद हड़कम्प मच गया। फूड पॉइजनिंग की वजह से किसी को सिरदर्द तो किसी को पेटदर्द की शिकायत हुई। शाम होते-होते सबको अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा..

जिला अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि अब उनकी तबीयत में सुधार है। किसी को भी गंभीर समस्या नहीं हुई है। शिक्षा विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना मिलते ही वे भी जिला अस्पताल पहुंचे। कलेक्टर के निर्देश पर डॉक्टरों की टीम बच्चों की जांच कर रही है। 

बताया जा रहा है कि स्कूल में 51 बच्चे थे। इनमें से 32 बच्चों ने मध्याह्न भोजन किया था। इनमें ही 26 बच्चों की तबीयत खराब हुई है।  सीधी कलेक्टर मुजीबुर्रहमान खान ने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही है। इस प्रकार की घटना दोबारा ना हो इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।