मंत्री उठे और सब इंजिनियर के पैर छू लिए….

प्रदेश सरकार में अफसरशाही इतनी हावी हो गई है की वह मंत्री तक के निर्देशों को हवा में उड़ा देते है ? इसकी शिकायत कई मंत्री प्रदेश के मुखिया को कर चुके है , मुख्यमंत्री के सक्त निर्देशों के बावजूद इन नौकरशाहों पर कोई असर नही पड रहा है ? अब सवाल यह उठता है की आखिर इन नौकरशाहों को शाह कौन दे रहा है ? आखिर यह चाहते क्या है ? इनके रवैये से सरकार को आने बाले समय में मुशीबत हो सकती है ? इसकी बानगी हमें कल देखने को मिल ही गई जब भरी मीटिंग में कविना मंत्री एक अदने से अधिकारी के सामने साष्टांग हो लिए ….

ग्वालियर शहर की सफाई पर अधिकारियों की लापरवाही और मनमानी से अब मंत्री तक असहाय हो गए हैं। वे कभी एफआईआर तो कभी सस्पेंड या ट्रांसफर करने की हिदायत तक दे चुके हैं। जब अफसरों पर इसका भी असर नहीं हुआ तो कुछ दिन पहले मंत्री खुद कमर से ऊपर तक भरे नाले में उतरकर फावड़े से सफाई करने लगे। अब तो हद ही हो गई। अफसर के चलताऊ जवाब से खिन्न् हुए मंत्री जी भरी मीटिंग में उठे और अफसर के पैर छू लिए। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने शुक्रवार को अपनी विधानसभा के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। जब उन्होंने स्वर्ण रेखा नदी में बह रहे सीवर की सफाई और बदनापुरा में भूमिपूजन पर सवाल उठाए तो अधिकारियों के जवाब सुन वे परेशान हो गए और प्रोजेक्ट प्रभारी शिशिर श्रीवास्तव के पैर ही छू लिए।

भरी बैठक में यह नजारा देख अधिकारी सन्न रह गए। मंत्री ने अपनी विधानसभा के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक बुलाई थी। इसमें मीडिया के प्रवेश पर रोक लगा दी। समीक्षा शुरू हुई तो उन्होंने स्वर्ण रेखा नदी के प्रोजेक्ट अधिकारी शिशिर श्रीवास्तव से पूछा कि बदनापुरा में सीवर लाइन का उन्होंने भूमिपूजन किया। छह माह बाद भी वहां काम चालू नहीं हो सका है। श्रीवास्तव ने जल्द काम शुरू कराने की बात कही, इस पर मंत्री नाराज हुए। फिर उन्होंने पूछा कि स्वर्ण रेखा नदी में 6 माह से सीवर बह रहा है। पिछले माह 7 साल का रचित श्रीवास्तव नामक मासूम उसमें डूबकर मर गया। लेकिन आज तक सीवर बहना बंद नहीं हुआ। इस पर श्रीवास्तव ने जवाब दिया कि हर दिन 60 आदमी चोक सीवर लाइन की सफाई कर रहे हैं। यह सुनते ही मंत्री ने कहा कि अभी सभी 60 आदमियों को बुलाओ। यह सुन निगमायुक्त संदीप माकिन, शिशिर व विधानसभा के सीवर सेल प्रभारी आरके शुक्ला बगलें झांकने लगे। अचानक मंत्री कुर्सी से उठे और शिशिर के पैर छूते हुए कहा- आप जैसे लोगों के कारण ही हम लोग चुनाव हारते हैं।