भाजपा की अंदरुनी गुटबाजी का शिकार विधानसभा अध्यक्ष ..

राजनीति भी बड़ी आजीब चीज है अपने प्रतिद्वंदियों को ज़रा भी मौका मिला तो बह बार करने से नही चूकते है ! मौजूदा दौर में सुचिता पूर्ण राजनीति की परिकल्पना भी नही की जा सकती है ! क्योंकि जनता के हितो के लिए कार्य करने बाली इस गंगोत्री को राजनेताओं के कुकृत्यों ने ही मैला कर दिया है और मजे की बात यह है की इसका इल्जाम भी विरोधियो के सर मढ़ दिया जाता है ..

इसी तरह रीवा जिले के देवतालाब विधानसभा से विधायक एवं मध्य प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम विवादों से घिरते जा रहे हैं। गौरतलब है कि जहां उनके पुत्र राहुल गौतम द्वारा टोल प्लाजा मैनेजर के साथ गाली गलौज का आडियो वायरल हुआ था, वही सेमरिया विधायक को ब्लैकमेल करने के आरोपी पत्रकार के चैनल के कार्यालय का शराब माफिया एवं कॉंग्रेस नेता के कॉम्प्लेक्स मे उद्घाटन करने विधान सभा अध्यक्ष के पहुंचने से भाजपा की अंदरुनी गुटबाजी एवं कलह उजागर होने की चर्चाओं के बाद देवतालाब मे सैकड़ों लोगों के आशियाने उजाड़ने का आरोप लगा है।

हालांकि आरोप लगाने वाले जयवीर सिंह सेंगर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के कट्टर राजनैतिक विरोधी है तथा पिछले विधानसभा चुनाव मे मामूली अन्तर से पराजित हो गए थे। जयवीर सिंह ने आरोप लगाया है कि देवतालाब के सैकड़ों गरीबो और छोटे व्यापारियों को विधानसभा अध्यक्ष के इशारे पर प्रशासन द्वारा परेशान किया जा रहा है। माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशों के बाबजूद सैकड़ों लोगों के घर गिराने की तैयारी की जा रही है।

जयवीर सिंह ने कहा कि कालेज के लिए मार्ग बनाने के नाम पर ऐसा किया जा रहा है, जबकि कालेज जाने के लिए अन्य दो मार्ग हैं। किन्तु राजनैतिक विरोध के चलते गरीबो और छोटे व्यापरियों को भारी तपन, उमस और गर्मी के बीच बेघर किया जा रहा है। इस दौरान सैकड़ों छोटे व्यापारी भी जयवीर सिंह के साथ थे।

जयवीर सिंह ने गरीबो के घर गिराने पर आत्म दाह की धमकी भी दी है :- कम्युनिस्ट पार्टी से राजनीति शुरू करने तथा मजदूरों गरीबों और शोषितों की लड़ाई लड़ने वाले  विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम पर यह लोगों के आशियाने उजाड़ने का आरोप लगाकर जयवीर सिंह सेंगर ने रीवा की राजनीतिक मे हड़कंप मचा दिया है।

वहीं जयवीर सिंह सेंगर ने देवतालाब विधानसभा का विकास अवरुद्ध होने की बात भी कही। उन्होंने आरोप लगाया कि 17 वर्षों से गिरीश गौतम विधायक हैं किन्तु देवतालाब मे एक सुलभ शौचालय तक नहीं बनवा सके। आज भी यहां तहसील नहीं खुल सकीं तथा आपदा से बचाव के लिए एक फायर ब्रिगेड तक नहीं हैं। किन्तु विधानसभा अध्यक्ष ने अपना एवं अपने परिवार का विकास जरूर कर लिया है तथा अपनी पत्नी के प्लाट तक रोड ले जाने के लिए सैकड़ों गरीबो के आशियानों को उजाड़ने का आरोप भी जयवीर सिंह सेंगर ने लगाया है।

देखना है विधानसभा अध्यक्ष अपने घुर राजनैतिक विरोधी के इन आरोपों का जवाब किस तरह देते हैं। वही हाई कोर्ट से स्थगन के बावजूद प्रशासन सैकड़ों लोगों के आशियाने को गिराने की हिमाकत कर पाता है या नहीं। मिडिया रिपोर्ट