बेटे ने रेल से कटकर खुदकुशी और पिता को रेल काटती गुजर गई ..

एक युवक ने बीती रात रेल से कटकर खुदकुशी कर ली। जब उसके पिता को यह पता लगा तो शोक में डूबा पिता रेलवे ट्रेक पर बेटे के शव के पास बैठ गया और इसी बीच एक रेलगाड़ी तेज रफ्तार से निकली। इसकी चपेट में पिता भी आ गया और उसने भी वहीं दम तोड़ दिया। पिता-पुत्र के शव का शुक्रवार को एकसाथ अंतिम संस्कार किया गया है..
जानकारों के मुताबिक होशंगाबाद जिले में सोहागपुर में मोहनलाल विश्वकर्मा की फर्नीचर की दुकान है !जिसमें उसका एक बेटा छोटेलाल भी काम करता था। मोहनलाल का दूसरा बेटा नारायण भी होशंगाबाद में फर्नीचर की दुकान चलाता है। छोटेलाल अपने पिता के साथ ही सोहागपुर में रहता था और उसके दो बेटे हैं। कुछ दिनों से छोटेलाल परेशान था। बीती रात को वह दुखी होकर घर से जान देने की धमकी देकर निकला था।

छोटेलाल के घर से गुस्से में खुदकुशी करने की धमकी देने के बाद उसके माता-पिता, चाचा और फूफा अलग-अलग जगहल ढूंढने निकले। मध्य रात को मोहनलाल के रेलवे पटरी पर रोने की आवाज सुनकर उसके चाचा गुड्डू व राधेश्याम विश्वकर्मा वहां पहुंचे तो मोहनलाल सिर पकड़कर बैठा था। रेलवे लाइन पर छोटेलाल का शव पड़ा था। जब वे मोहनलाल के पास पहुंचे तो इसी बीच एक ट्रेन तेज रफ्तार में आई और मोहनलाल को अपनी चपेट में लेते हुए निकल गई। राधेश्याम एवं गुड्डू मोहनलाल को घायल अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी।नर्मदा तट पर पिता-पुत्र का अंतिम संस्कार
मोहनलाल और छोटेलाल के शव को पुलिस ने पोस्ट मार्टम के बाद परिजनों को सौंपा। शुक्रवार को परिवारजनों ने पिता-पुत्र का नर्मदा नदी के ईश्वर तट पर अंतिम संस्कार किया। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।