“बेटियां सामाजिक मूल्यों की रक्षा का दायित्व निभायें- मुख्यमंत्री श्री नाथ”*

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि कई वर्षों बाद इस महाविद्यालय में और जिले की बेटियों के बीच आकर बहुत खुशी महसूस कर रहा हूं। इसके पूर्व जब मैं युवा सांसद था तब इस महाविद्यालय की स्थापना हुई थी। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश और छिंदवाड़ा के विकास की जवाबदारी मेरी है, लेकिन प्रदेश और जिले की बेटियां सामाजिक मूल्यों की रक्षा का दायित्व निभायें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वर्तमान युवा पीढ़ी और बेटियां अपनी आने वाली पीढ़ी को भी सामाजिक मूल्यों से जोड़ने में अपनी महती भूमिका निभाएंगी। मुख्यमंत्री श्री नाथ आज छिंदवाड़ा के राजमाता सिंधिया स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि इस महाविद्यालय की स्थापना के दौरान मैं युवा सांसद था, ज्यादा अनुभव भी नहीं था, लेकिन एक सपना था कि छिंदवाड़ा जिले की प्रदेश में अपनी एक अलग पहचान हो।
आज से कई वर्षों पहले का छिंदवाड़ा बिल्कुल अलग था। सड़के नहीं थी। ब्रॉडगेज रेल लाइन नहीं थी। पातालकोट के लोग केवल आम की गुठली के आटे और पत्तियों की सब्जी से अपना पेट भरते थे। इतने कॉलेज और स्किल सेंटर नहीं थे। इलाज के लिए कोई बेहतर संस्थान नहीं था। कृषि क्षेत्र में गरीबी थी। सब्जियों का उत्पादन नहीं होता था। व्यापार नहीं था। बच्चों की मुस्कान तो तब भी प्यारी सी थी, लेकिन उसमें कहीं ना कहीं एक निराशा छुपी हुई थी। मैंने उस निराशा को दूर कर आगे आने वाली पीढ़ी के लिए एक नया छिंदवाड़ा बनाने का संकल्प लिया और उसी दिशा में धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा हूं। मैंने घोषणाएं नहीं की, लेकिन काम किया है। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि आज छिंदवाड़ा जिले का विकास किसी से छिपा नहीं है। छिंदवाड़ा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी, हॉर्टिकल्चर और एग्रीकल्चर कॉलेज, यहां के स्किल डेवलपमेंट सेंटर सभी युवा पीढ़ी को कैरियर के नए अवसर प्रदान करेंगे। मैं भविष्य में इसे हॉर्टिकल्चर हब भी बनाना चाहता हूं। जिले की बेटियों को इससे कैरियर के नए अवसर मिलेंगे। आवागमन के साधन-संसाधन बढ़ाना भी मेरा एक लक्ष्य है, लेकिन इसका परोक्ष लक्ष्य जिले में निवेश को बढ़ावा देना है जिससे यहां के लोगों को व्यापार करने और लाभ कमाने का अवसर मिल सकें। उन्होंने कहा कि आज जिले में छिंदवाड़ा से दिल्ली के लिए सीधी ट्रेन उपलब्ध है। आगे नागपुर तक भी सीधे जुड़ाव होने से छिंदवाड़ा जिला व्यापार के केंद्र के रूप में उभर कर सामने आएगा। आज छिंदवाड़ा जिले में जितने स्किल डेवलपमेंट सेंटर है उतने प्रदेश के किसी भी जिले में नहीं है। छिंदवाड़ा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की स्थापना भी इसी भावना के साथ की गई है कि जिले के लोगों को इलाज के लिए नागपुर नहीं बल्कि नागपुर और बाहर के लोगों को इलाज के लिए छिंदवाड़ा आना पड़े। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि जिले के विकास की बात तो अलग है, पर छिंदवाड़ा और अन्य जिलों में सबसे बड़ा अंतर यहां की युवा पीढ़ी और लोगों की सोच में है। यहां के लोग बहुत आगे का सोच कर चलते हैं। उन्होंने बेटियों से कहा कि अभी तो आपने ट्रेलर देखा है, आप सभी को अभी बहुत आगे जाना है। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि हमारा देश विश्व में सबसे जटिल देश कहलाता है। विश्व में ऐसा दूसरा देश नहीं जहां इतनी भाषाई विविधता, रस्मो-रिवाज, पहनावा और संस्कृति हो, लेकिन फिर भी सभी देशवासी मिल-जुल कर भाईचारे के साथ रहते हैं। यह हमारे देश की जोड़ने की संस्कृति का परिणाम है। इस वजह से विश्व के अन्य देश भारत को सम्मान की दृष्टि से देखते हैं। अगर हम चंद्रगुप्त से लेकर अशोक तक के इतिहास पर नजर डालेंगे तो हमें भारत की जोड़ने वाली संस्कृति के कई उदाहरण देखने को मिलेंगे। हमारी जोड़ने की संस्कृति और पारिवारिक मूल्य ही हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। इस संस्कृति को अगली पीढ़ी तक पहुंचाना बेटियों की जिम्मेदारी है। हम मिलकर छिंदवाड़ा जिले का एक नया इतिहास बनाएंगे। कार्यक्रम में जिले के सांसद श्री नकुल नाथ ने कहा कि जिले की बेटियों के बीच आकर आपका प्यार और उत्साह देखकर बड़ी खुशी हो रही है और आपके बड़े भाई होने का एहसास हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी और गौरव है कि छिंदवाड़ा जिले की बेटियां लड़कों से पीछे नहीं है। उन्होंने तामिया की बेटी भावना डेहरिया द्वारा विश्व की सबसे ऊंची चोटी चढ़ने का उदाहरण देकर उसकी सराहना करते हुये कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि जिले की बेटियां अभी अन्य क्षेत्रों में भी और आगे जाएंगी। सांसद श्री नाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नाथ और मेरा सपना था कि छिंदवाड़ा एक एजुकेशन हब बने और हम धीरे-धीरे उस दिशा में बढ़ रहे हैं। जिले की बेटियों और मेरी बहनों को जानकार खुशी होगी कि छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी का नाम अब यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन में भी शामिल हो गया है। एजुकेशन के क्षेत्र में हमारी यही सोच है कि जिले के विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाएं, बल्कि प्रदेश और पूरे देश के शिक्षक यहां आकर जिले के बच्चों को शिक्षा दें। हमारा सपना यह भी है कि एजुकेशन हब के साथ-साथ छिंदवाड़ा जिला मेडिकल हब भी बने। छिंदवाड़ा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस शुरू हो गया है। इससे संबध्द जिला अस्पताल भी 1200 बिस्तरों का होगा। यहां जिले की बहनों को नर्सिग के क्षेत्र में कैरियर बनाने के अवसर मिलेंगे। छिंदवाड़ा में सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट अपनी इकाई खोलने जा रही है जिससे जिले की बहनों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। कृषि क्षेत्र से भी महिलाएं किसी न किसी रूप में जुड़ी हुई हैं। मुझे खुशी है कि छिंदवाड़ा जिले में एग्रीकल्चर व हॉर्टीकल्चर कॉलेज शुरू हो चुके है। उन्होंने कहा कि हमारा देश विकसित हो रहा है, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा की है। हमारा और मुख्यमंत्री श्री नाथ का यह प्रयास है कि जिले के सभी कॉलेजों में पुलिस चौकियां खुलवाई जाएं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री नाथ द्वारा लिन्गुआ टेस्ट में स्टेट टॉपर रही शासकीस स्वशासी पी.जी. कॉलेज की छात्रा कुमारी प्रेरणा डेहरिया के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वाली छात्राओं का सम्मान किया गया।