फिर एक पटवारी रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार …

प्रदेश में भ्रष्टाचार बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा है ! लगभग हर एक दिन प्रदेश के किसी न किसी जिले से किसी न किसी भ्रष्ट नौकरशाह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया जाए रहा है ! बावजूद इसके इन भ्रष्ट औरनिकम्मे नौकरशाहों को जरा भी शर्म नहीं आ रही है इनकी वजह से वह संस्था बदनाम हो रही है जिसमें यह काम कर रहे हैं …..

आज फिर लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।

कृषि भूमि के सीमांकन की रिपोर्ट तहसील कार्यालय में जमा करने के एवज में पटवारी ने सात हजार की रिश्वत मांग कर रहा है !

लोकायुक्त इंस्पेक्टर बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि पटवारी का नाम जितेंद्र सिंह राणावत तहसील नागदा जिला उज्जैन है। उसे 7 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया।

आवेदक विश्वप्रताप सिंह से उसके पिता और माता के नाम की कृषि भूमि के सीमांकन रिपोर्ट तहसील कार्यालय में प्रस्तुत करने हेतु उसने रिश्वत मांगी थी। 18-6-2022 को आवेदक ने लोकायुक्त उज्जैन में पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा को शिकायत की थी। इसका सत्यापन कर गुरुवार को पटवारी को उसके आवास नागदा में पकड़ा है। टीम की कार्रवाई जारी है।