प्रदेश की स्वास्थ व्यवस्था वेंटिलेटर पर ..

प्रदेश की स्वास्थ व्यवस्था वेंटिलेटर पर है ! फिर भी सरकार और प्रशासनिक अधिकारी आँखे बंद किये हुए है ! इसकी बानगी गाहेबगाहे जनता के सामने आ  ही जाती है ! फिर भी बेशर्मी की दुशाला ओढे हुए है ! ऐसा ही एक मामला प्रदेश के सिवनी जिले में आदिवासी क्षेत्र में कंरट लगने से घायल एक महिला को इलाज के लिए परिजन खाट में लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। सड़क के अभाव में परिजन घायल महिला को करीब 6 किमी दूर तक खाट पर लेकर पहुंचे..

ऐसा ही कल शनिवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया, जिसमें सिवनी के आदिवासी बहुल घंसौर ब्लॉक के बखरीमल गांव की महिला को शुक्रवार को एक खाट पर ले जाते हुए दिखाया गया था, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने संज्ञान लिया। प्रशासन ने ग्रामीणों को सुगम परिवहन मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।

ग्रामीणों के अनुसार शुक्रवार शाम करीब चार बजे खेत में काम करने के दौरान बिजली का तार गिरने से महिला 70 प्रतिशत झुलस गई। ग्रामीण घायल महिला को खाट पर बैठाकर पास के स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां से उसे घंसौर सरकारी अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि बाद में महिला को आगे के इलाज के लिए जबलपुर के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया।

घंसौर के अनुमंडल दंडाधिकारी अमित बम्होलिया ने बताया कि उनके अधिकार क्षेत्र के एक गांव में महिला को छह किलोमीटर तक खाट पर ले जाने की जानकारी मिली है। यह बरगी बांध के जलमग्न क्षेत्र के अंतर्गत आता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अधिकांश परिवारों का पुनर्वास किया जा चुका है, लेकिन कुछ लोग अभी भी छोटी बस्तियों में रह रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि वहां एक संकरी मिट्टी की पगडंडी है जो चलने योग्य नहीं है। मैं स्थिति का जायजा लेने और ग्रामीणों के लिए आसान परिवहन सुनिश्चित करने के लिए सोमवार को बखरीमल गांव का दौरा करूंगा।

घंसौर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीष बागरी ने कहा कि बखरीमल से धूममाल तक कोई सड़क नहीं है क्योंकि यह वन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। मिडिया रिपोर्ट