थानेदारो को घूंस लेते रंगे हाथ दबोच ….

” देश भक्ति जन सेवा ”  जैसे  मूल मन्त्र की शपथ के साथ देह पर खाखी वर्दी पहन कर कुछ लोगो ने अपने कुक्रत्यो से पूरे पुलिस महकमे को बदनाम करने का काम किया है जब रक्षक ही भक्षक बन जाय तो जनता किस पर विस्वास करेगी , समाज में अव्यवस्था फ़ैल जाएगी ,जनता का नियम क़ानून और अनुशासन पर से भरोसा उठ जायेगा ? एस लिए महकमे के आलाधिकारियों ऐसे अधमो की पहचान कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही ही महकमे की साख को बरकरार रख सकती है ! 

रीवा लोकायुक्त पुलिस ने गोविंदगढ़ थाना प्रभारी एसएस बघेल और सब इंस्पेक्टर परिहार  को 13,000 की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है।इस तरह जिले में लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है।  

मामला कुछ इस तरह बताया जा रहा है कि थाना प्रभारी एसएस बघेल और सब इंस्पेक्टर परिहार ने बर्थडे पार्टी में चली गोली मामले में आरोपी प्रिंस मिश्रा को बचाने के लिए 13000 की रिश्वत मांगी थी। यह कार्रवाई बुधवार की सुबह गोविंदगढ़ के विश्रामगृह में दबिश देकर लोकायुक्त टीम के द्वारा की गई है।

लोकायुक्त की इस कार्रवाई के बाद थाने में हड़कंप मच गया है। वही मामले को गंभीरता से लेते हुए रीवा एस पी नवनीत भसीन ने दोनों पुलिसकर्मियो को निलंबित कर दिया है। बुधवार की सुबह जैसे ही थाना परिसर में गोविंदगढ़ थाना प्रभारी एसएस बघेल ने 10 हजार व उपनिरीक्षक देशराज सिंह परिहार ने 3 हजार की रकम ली। वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ दबोच लिया। लोकायुक्त की 15 सदस्यीय टीम ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर खबर लिखे जाने तक कार्रवाई जारी रखी है।