तथाकथित पिछड़ा वर्ग संगठन का उपाध्यक्ष ठगी के केस में गिरफ्तार ..

राजनीती का चस्का भी आदमी को क्या से क्या बना देता है ! पिछड़ा वर्ग के उत्थान को लेकर राजनीति करने बाले इस शख्स ने देखते ही देखते समाज में अच्छी खासी जगह बना ली थी ! परन्तु राजनैतिक रूतबा , झूठा दिखावा और विलासिता के आगोश में गिरफ्त व्यक्ति के खर्चे बड जाते है और उन्हें पूरा करने के लिएव्यक्ति तिकडम करने लगता है जिसका अंतिम पड़ाव सिर्फ और सिर्फ कारगार की ओर ले जाता है ..

छिंदवाड़ा में चार युवकों को ठगने के मामले में पुलिस ने तथाकथित पिछड़ा वर्ग संगठन के उपाध्यक्ष दीपक बंदेवार पर ठगी के दो पर केस दर्ज किया है।

आरोपियों में से एक जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहा है। उसने पुलिस केस रफा-दफा करने के नाम पर रुपये ऐंठे थे।

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी को पुलिस ने ठगी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। उस पर आरोप है कि उसने चार दो युवकों से पुलिस केस रफा-दफा करने के नाम पर पचपन हजार रुपये ले लिए थे। शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है।

जानकारी के अनुसार जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 7 से जिला पंचायत सदस्य बनने के लिए कुकड़ा जगत निवासी दीपक बंदेवार चुनाव लड़ रहा है। इमलीखेड़ा निवासी राजा सल्लाम, अमर भलावी, विष्णु सल्लाम और विनय धुर्वे नामक युवकों पुलिस ने मारपीट का मामला दर्ज किया था, दीपक बंदेवार ने चारों से 55000 रुपये यह कहकर ले लिए थे कि वह पुलिस केस नहीं बनने देगा।

बाद में पुलिस ने चालान पेश करने के दौरान आरोपियों से संपर्क साधा तो पता चला कि चारों युवकों से मोरडोंगरी निवासी निखिल कहार और उसके दोस्त दीपक बंदेवार ने 55 हजार रुपये कहकर ले लिए कि उनका मामला खत्म करा दिया जाएगा। चारों युवकों ने मामले की शिकायत कोतवाली थाने में की। दीपक बंदेवार और निखिल कहार पर धारा 384 भादवि और एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

पुलिस ने बताया की उक्त युवक गिरफ्तारी के दर से बीते लगभग 6 माह से आधिक से भागे भागे फिर रहा था