जाको राखे साइयां, मार सके न कोय ….

जाको राखे साइयां, मार सके न कोय’  इसका अर्थ ये की जिसके साथ ईश्वर होता है उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। संपूर्ण सृष्टि ईश्वर निर्मित है। उन्होंने ही संपूर्ण ब्रह्माण्ड का निर्माण किया है । विभिन्न ग्रह, पृथ्वी, समुद्र, पर्वत, नदियाँ, विभिन्न प्राणी, मनुष्य आदि सभी उन्हीं की रचना है। जड़ – चेतन सभी उन्हीं की इच्छा का परिणाम हैं। अत: उनकी इच्छा के बगैर कोई भी हमारा बाल बांका नहीं कर सकता। 

बीते दिनों से हो रही अनवरत बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है ! ऐसे में मूसलाधार बारिशलोगो पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कहर बन टूट रही है !  जिले के अधिकांश ग्रामीण इलाकों में सभी नदी-नाले उफान पर हैं। प्रशासन द्वारा अलर्ट भी जारी किया गया इसके बाद भी कुछ लोग जान को हथेली में डालकर घर या अत्यंत जरुरी कामो को निपटाने के लिए उफनती नदीयों को पार करने में हादसों का शिकार हो रहे हैं ..

ऐसा ही एक मामला छिंदवाड़ा जिले के उमरानाला अंतर्गत हिवरा वासुदेव से सुनाई दे रहा है ! जिसमे एक युवक उफनती नदी को पार करने के चक्कर में अपनी मोटर सायकल सहित बह गया। तेज बहाव में युवक 30 से 40 फीट दूर तक बह गया !

लेकिन बन्दे की किस्मत अच्छी थी की बह बहते हुए एक पेड़ में फास गया और उसने हिम्मत कर उस पेड़ पर चढ गया और किसी तरह उसने अपनी जान बचाई। उक्त घटना को देख रहे प्रत्यक्षदर्शियों ने मोबाइल फोन से घटना को कैमरे में कैद कर लिया ।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक  भारी बारिश के बाद उक्त पुल के ऊपर से पानी बह रहा था ! लोगों के मना करने के बाद भी एक युवक बाइक से पुल पार कर रहा था। आधे रास्ते में उसने संतुलन खो दिया और वह बाइक सहित पानी में बह गया। पानी के बहाव को देखते हुए युवक का बचना मुश्किल था परंतु पेड़ पर चढ़कर उसने अपनी जान बचा ली। बाद में युवक को बाहर निकाल लिया गया।