छत पर बैठकर करेंगे भूख हड़ताल….

इंदौर में 22000 ऑटो रिक्शा चालकों के तकरीबन 50000 रिक्शा चालक परिवार कोरोना वायरस एवं लाग डाउन के चलते भूखों मरने की स्थिति में पहुंच चुके हैं, पिछले दिनों महासंघ ने ईमेल के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र भेज कर ऑटो रिक्शा चालकों को आर्थिक सहायता एवं राहत सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के गरीब व असहाय रिक्शा चालकों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया इसी बात को लेकर ऑटो रिक्शा चालक महासंघ ने कोरोना वायरस के चलते अपने सभी सदस्य चालकों से अपील की है कि वह अपने अपने घरों की छतों पर बैठकर सुबह 8:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक भूख हड़ताल करें तथा सभी चालक अपने-अपने भूख हड़ताल के फोटो एवं वीडियो महासंघ के ग्रुपों में डालकर मुख्यमंत्री को कुंभकरण की नींद से जगाने का प्रयास करें..
इंदौर ऑटो रिक्शा चालक महासंघ के संस्थापक राजेश बिडकर एवं अनुशासन समिति के अध्यक्ष प्रकाश महावर कोली ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि इंदौर की 22000 ऑटो रिक्शा से जुड़े 100000 परिवारों के लोगों के सामने आज भूखों मरने की स्थिति पैदा हो गई है ऑटो रिक्शा ओला, उबर एवं जुगनू ऑनलाइन कंपनियों से जुड़े होकर अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रहे थे उन्हें भी इन कंपनियों के द्वारा कोई राहत, आर्थिक सहायता उपलब्ध नहीं कराई जा रही है मुख्यमंत्री राहत कोष में देश व प्रदेश के कई उद्योगपति एवं परिवार के लोगों ने दानदाताओं ने लाखों करोड़ों रुपए की राशि दान में दी है ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह मुख्यमंत्री राहत कोष से ओला, उबर और जुगनू ऑनलाइन कंपनियों से जुड़े तथा समस्त ऑटो रिक्शा चालकों को आर्थिक सहायता एवं राहत सामग्री की व्यवस्था तत्काल करें।