चाकू की बिक्री पर रोक, ई-कॉमर्स कंपनी को चेतावनी ….

संस्कारधानी जबलपुर में छुरेबाजी की बडती घटनाओं के मद्देनजर चायनीज चाकू की बिक्री पर रोक लगा दी गई है ! पुलिस की पड़ताल में जो तथ्य सामने आये है बे हैरत में डालने बाले है ! आश्चर्य तो इस बात का है की चाकू रखने का चलन युवा युवतियों में भी बड रहा है ! पुलिस प्रशासन की पहल पर ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने भी जबलपुर के पिन कोड के आगे अपनी वेबसाइट पर चायनीज चाकू पर डिलीवरी में उपलब्ध नहीं का टैग लगा दिया है। बताया जा रहा है कि जबलपुर जिले में चाकूबाजी की बढ़ती घटनाओं को लेकर एसपी की ओर से एसपी सिटी रोहित काशवानी ने फ्लिपकार्ट कंपनी को नोटिस जारी करते हुए हिदायत दी थी। कंपनी को नोटिस में हो रहे अपराधों में सह-

फोटो : सोसल मिडिया                                      अभियुक्त बनाने की भी चेतावनी दी थी ईएसआई के चलते कम्पनी ने कदम उठए है ….

ए एस पी काशवानी ने जिले में चायनीज चाकू के बढ़ते प्रयोग को लेकर ई-कॉमर्स कंपनी से पिछले दो सालों में मंगवाए गए चायनीज चाकू की सूची मांगी थी। इस सूची से पता चला कि 2358 चाकू जहां शहर में, वहीं 700 से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में चायनीज बटनदार चाकू मंगवाए गए हैं। इसमें कई कॉलेज छात्राएं भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि गोरखपुर पुलिस ने बुधवार 17 नवंबर को ही मांडवा बस्ती निवासी इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा को चायनीज चाकू के साथ दबोचा था। छात्रा ने पूछताछ में बताया था कि सेफ्टी के चलते उसने चायनीज चाकू खरीदा था। उसकी कई सहेलियों ने भी खरीदा है।

एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के आदेश पर सूची की समीक्षा की तो पता चला कि शहर में अधारताल, रांझी, गोरखपुर में सर्वाधिक चायनीज चाकू मंगवाया गया है। अधारताल में 269, रांझी में 212, गोरखपुर में 200 चाकू बेचे गए हैं। लिस्ट के मुताबिक एक-एक व्यक्ति को चिन्हित कर चाकू जब्त किए जा रहे हैं। एएसपी रोहित काशवानी ने बताया कि ई-कॉमर्स कंपनी को जबलपुर के सभी पिन कोड उपलब्ध कराते हुए इस पर चायनीज बटनदार चाकू की बिक्री बंद करने का नोटिस भेजा था। कंपनी ने अब चाकू की बिक्री पर रोक लगा दी है। जबलपुर के किसी भी पिन कोड वाले एड्रेस पर इसकी डिलीवरी नहीं होगी। पेशेवर चाकूबाजों की रोज चेकिंग भी कराई जा रही है। ऐसे लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की जा रही है।