करंट लगने से तेंदुए की मौत ..

प्रदेश में लगातार वन्य प्राणियों की मौत के समाचार सुर्खियाँ बटोर रहे है ,परन्तु न तो वन विभाग और न ही प्रदेश सरकार की आँखे खुल रही है ! वन विभाग के बेशर्म अधिकारी खासकर बड़ी बिल्लियों की मौत के कारणों को कालापीला कर सरकार को गुमराह कर देते है ! इस तरह मामला शांत हो जाता है ! परन्तु वह इस बात को भूल रहे है कि मौत आखिर मौत होती है ? फिर वह चाहे बाघ ,तेंदुआ ही की क्यों न हो ! इसके अपराधी बच नही पाते है ..

मामला वन विभाग जबलपुर के इंद्राना ऑरेंट बीट में एक तेंदुए की मौत हो गई। सूचना मिलने पर वन विभाग ने तेंदुए का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा था। इसमें तेंदुए की मौत का कारण करंट लगना बताया जा रहा है। 

 जबलपुर डीएफओ अंजना तिर्की ने बताया कि सोमवार शाम इंद्राना ऑरेंज बीट एरिया में एक तेंदुए का शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी। वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए तेंदुए के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए वेटनरी हॉस्पिटल भिजवा दिया था।

मंगलवार को डॉक्टरों ने पीएम किया। रिपोर्ट में तेंदुए की मौत करंट लगने से होने की आशंका जताई गई है। डीएफओ तिर्की ने बताया कि जो तेंदुआ मारा गया है, उसकी उम्र लगभग 7 वर्ष है। ग्रामीणों ने सुअरों से फसलों की सुरक्षा के लिए करंट वाले वायर लगाए हैं। इसकी चपेट में आने से तेंदुए की मौत हो गयी। वन विभाग प्रकरण की जांच कर रहा है। मिडिया रिपोर्ट