कमलनाथ की साख दांव पर , महाराष्ट्र सरकार को बचाने की जिम्मेदारी ..

महाराष्ट्र की उद्धव सरकार की कुर्सी खतरे में नजर आ रही है। कांग्रेस ने महाराष्ट्र सरकार को बचाने की जिम्मेदारी मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ को सौंपी है। दरअसल महाराष्ट्र सरकार के करीब दो दर्जन विधायकों ने बागी तेवर दिखाते हुए सूरत के एक होटल में डेरा डाला है। विधायकों के साथ शिवसेना के वरिष्ठ नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे मौजूद हैं।

वहीं कांग्रेस के अंदरखाने में आवाज उठने लगी है की कमलनाथ जो दो साल पहले मध्यप्रदेश याने खुद की सरकार नही बचा पाए वे क्या दुसरे राज्य की सरकार के पतन होने से बचा पाएंगे ! मध्य प्रदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और फिर मुख्यमंत्री होते हुए पार्टी में बगावत के बाद से ही कांग्रेस के इस कद्दाबर नेता की साख लगातार कम होती गई है ….! 

वहीं इस मामले में महाराष्ट्र के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया का बड़ा बयान सामने आया है। जय भान सिंह पवैया का कहना है कि महाराष्ट्र विधानसभा परिसर के चुनाव में कांग्रेस और शिवसेना ने मुंह की खाई है। शिवसेना की सरकार विधायकों का विश्वास हो चुकी है और हम अपनी ओर से कुछ नहीं कर रहे, उनका कुनबा बिखर रहा है। पवैया ने कहा कि अब महाराष्ट्र को हम राजनीतिक संकट में नहीं डालना चाहते, महाराष्ट्र की सरकार का पतन उनके ही कुनबे के द्वारा होने वाला है।

विधायकों के बागी तेवरों से महाराष्ट्र में एक बार फिर उद्धव सरकार की सत्ता पलट के संकेत मिल रहे हैं। शिवसेना के दो दर्जन विधायक मंत्री एकनाथ शिंदे के साथ गुजरात के सूरत में एक होटल में रुके हैं। बताया जा रहा है कि शिंदे कल से शिवसेना के संपर्क में नहीं है। और ना ही किसी से संपर्क साध रहे है !

 

परिस्थितियां किलकुल कमलनाथ सरकार के पदच्युत होने के समय थी !  कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया इस चेन्जर गेम का नेत्रत्व कर रहे थे और आज जो परिस्थितियां महाराष्ट्र में बनी है उसके पीछे भी जयोतिरादिटी सिंधिया की महती भूमिका बताई जा रही है ! सूत्री के मुताबिक़ महाराष्ट्र सरकार का पतन सुनिश्चित है ! सूत्र यहाँ तक दाबा कर रहे है की मध्य प्रदेश में आने बाले विधानसभा चुनावों के बाद अगर भाजापा बहुमत में आती है तो ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री होंगे ! ….राकेश प्रजापति