कन्हान नदी मे धरना-प्रदर्शन, रेत के लिए सत्याग्रह ..

कोरोना महामारी की मार से पूरी दुनिया कराह रही है , सारी दुनिया मानवजाति के संरक्षण के लिए चिंतित है ? वहीँ इस जिले के शराब लाबी के लोगो ने अपने गुर्गो को जिले के नदी- नालो के तटो से जलधाराओ को नंगा करने का काम कर रहे है ? विडंबना तो देखिये की स्थानीय ग्रामीणों और पत्रकार साथियो की जागरूकता से इस बात का संज्ञान जिला प्रशासन को करा दिया था की जिले का शराब माफिया कन्हान नदी के तटो से लगभग 200 भीमकाय मशीनों की मदद से रेत का अबैध दोहन कर रहा  है , बावजूद इसके खनिज विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों  ने इस पर कोई कारवाही ना कर के यह सिद्ध कर दिया है की रेत के इस अबैध दोहन के काले व्यापार में उनकी भी बराबरी की भागेदारी है ..?

सूत्र बताते है की कोरोना काल में जब अचानक पूर्ण लॉक डाउन घोषित हो गया तो शराब के कारोबारियो ने पहले तो शराब की दुकानो के पिछले दरबाजो से शराब की अनाप-शनाप दामो में कालाबाजारी की ? जब इसका स्टाक खत्म होने को आया तो इन रंगीन पानी के सौदागरों ने अपने गुर्गो की मदद से नदी नालो के तटो को नंगा कर नोचना शुरू कर दिया ? स्थानीय पुलिस और जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों को चन्द रुपयों की खनक से मति भ्रष्ट कर शराब माफिया ने अपने चौखट की दासियाँ बना डाला ? क्योंकि जिन अधिकारियों को इस अबैध कारोबार को रोकना था बे शराब ( अब रेत ) माफिया के हाथो की काठपुतलियो की तरह नाच रहे थे ?….आखिर पर्यावरण के संरक्षण का दयित्ब लोगो ने अपने हाथो लेकर रेत सत्याग्रह का बिगुल फूका डाला है ! वे अव आरपार की लड़ाई के मूड में है ? ग्रामिण यह भली भाँती जानते है की रेत के इस खेल में शराब ( अब रेत ) माफियो के साथ सरकारी अधिकारियों , सत्ता पक्ष और विपक्ष सभी का गठजोड़ है ? सामूहिक लूट और लूट का आपसी बटवारे की कहानी भी बड़ी चौकाने बाली है ? कन्हान नदी के आहत तटबंधो से …..राकेश प्रजापति की रिपोर्ट 

रेत माफीया के द्वारा दिन-रात पलासपानी के समीप कन्हान नदी मे तीन पोकलेंड मशीन से उत्खन्न कर करीब दो सौ डम्फर से रेत का परिवहन कर रहे है ,इसकी सूचना अनेको बार प्रशासन को डी जा चुकी है फिर भी कोई कार्यवाही न होने पर लोगो के रेट की लूट को रोकने खुद आना पड़ा है …

ज्ञात हो की पलासपानी खदान का कोई ठेका नही हुआ है रेत चोरो द्वारा अवैध उत्खन्न कर ग्रामीणो का सडक मार्ग खराब कर दीया , जिससे ग्रामीणों के आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ? साथ ही डम्फरो के परिवहन से ग्रामीण त्रस्त है ? वही शासन को करोडो के राजस्व का नुकसान हो रहा है वही महाराष्ट्र से आ जा रही गाडीयो के ड्रायवरो से करोना का खतरा है ? जनपद सदस्य संदीप भकने सहित त्रस्त ग्रामीणों द्वारा कल मौके पर पहुचकर खनिज अधिकारियों  को सुचीत किया गया पर कोई मौके पर नही आने पर आज दिनाक 4-6-2020 से जनपद सदस्य संदीप भकने सहित त्रस्त ग्रामीणों ने उत्खन्न स्थल कन्हान नदी मे धरणा प्रदर्शन किया !जिससे संगठित (शराब ( अब रेत ) माफियो के साथ सरकारी अधिकारियों , सत्ता पक्ष और विपक्ष सभी का गठजोड़) रेत माफियो मे अफरा तफरी मच गयी व पोकलेंड डम्फर मौके से भाग निकले । क्षेत्र के  एस. डी एम  कार्यालय मे सूचित कर अवैध उत्खन्न पर रोक का निवेदन किया ।

हमारा धरणा अनिश्चीत काल तक शुरु रहेगा धरणा स्थल पर ग्रामीण निरंजन बागडे सौसर से आकाश सहारे भोपेन्द्र शेन्डे ,प्रमोद बागडे रविन्द्र उइके कुड्डम से गोवीन्दा दुफारे रामपेठ से सुरेश तुमडाम सुनील तांडेकर उत्तम कारोकार सौसर नगर काँग्रेस उपाध्यक्ष कैलास राऊत कृपाराम कटारीया सतीश मुलकर मोन्टु लाडसे राजेश माथनकर लक्षमण खंडाईत सोमेश्वर बागडे ईश्वर आहाके आदी उपस्थित थे !………………जारी