कोरोना वायरस बड़ी तेजी के साथ अपना स्वरूप बदल रहा है ! नए-नए वेरिएंट के आने से पूरी दुनिया सकते में है ! कभी डेल्टा तो अब ओमिक्रॉन की पहचान होने से कोविड-19 के खतरे से पूरी दुनिया कब उबर पाएगी यह तो फिलहाल कहा नहीं जा सकता ! देश ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ता जा रहा है। देश विदेश में इस नए वैरिएंट के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के वैज्ञानिक कैथरीन स्मॉलवुड का कहना है की संक्रमण का बढ़ना घातक हो सकता है। ओमिक्रॉन के तेज संक्रमण दर से इसका उल्टा असर दिखना शुरू हो जाएगा। जितनी तेज ओमिक्रॉन फैलेगा, एक नया वैरिएंट पैदा हो सकता है।
ज्ञात हो कि ओमिक्रॉन के साथ मिलकर एक नया वैरिएंट बन रहा है। जैसे डेल्टा+ओमिक्रॉन = डेलमीक्रॉन, फ्लू+कोरोना= फ्लोरोना। इसके साथ ही फ्रांस में मिला नया वेरिएंट IHU के ऊपर शोध चल रही है तभी इसके बारे में विस्तार से बताया जा सकता है
उन्होंने कहा कि वायरस का कभी अंत नहीं होता। वायरस बार-बार म्यूटेट होता है, वायरस का म्यूटेशन है सबसे बड़ी परेशानी। किसी को नहीं पता, वायरस का कौन सा म्यूटेशन ज्यादा घातक हो। देश में फिलहाल ओमिक्रॉन के 2 हजार मरीजो की पहचान हुई है और इसका समय के साथ -साथ ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। संक्रमितों का आंकड़ा 2 हजार के पार हो चुका है। वर्तमान की स्थिति में देश के 24 राज्यों में नए वैरिएंट फैल चुका है।
वायरस के नए वैरिएंट से कोरोना प्रोटोकॉल्स को अपनाकर ही बचा जा सकता है। इसलिए भीड़-भाड़ में जाने से बचें, मास्क का इस्तेमाल करें।इसी को लेकर राज्य सरकारे संक्रमण के आधार पर राज्य में पाबंदियां लगाई जा रही हैं