एक और किसान ने मौत को गले लगाया ….

पांच एकड़ जमींन के मालिक जिस के ऊपर साढ़े तीन लाख रुपए का कर्ज था ! किसान जैसे -तैसे परिवार का पोषण कर रहा है ! किसान पर लगातार बैंक के अधिकारी पैसे पटाने का दबाव डालते ,इससे परेसान किसान ने सल्फास खा कर अपनी जान दे दी ! प्रदेश सरकार जितनी भी अपनी तारीफ कर ले परन्तु बस्त्विकता यह है की किसानो की हालत ठीक नही है और ऊपर से महंगाई जीने की विवशता की इजाजत नही दे रही है परन्तु लोग बढती महंगाई से परेशांन है और प्रदेश सरकार के मंत्री बड़ी ही बेशर्मी के साथ बस्त्बिकत को सिरे से नकार रहे है ….

खरगोन के एक किसान का नाम अशोक गुर्जर  ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली है। उस पर साढ़े तीन लाख रुपए का कर्ज था, जिसे वह चुका नहीं पा रहा था।   पुलिस के मुताबिक मृतक अशोक पिता गजानन ने सल्फास खा लिया था। सिविल अस्पताल सनावद में उसका पोस्टमॉर्टम किया गया। उसके बड़े भाई लखन भायडिया ने कहा कि अशोक पर बैक ऑफ इंडिया शाखा बांगरदा जिला खंडवा का कर्जा था। जमीन भी खंडवा जिले के गांव छोटा बेड़ा में है।

लोन जमा नहीं होने से बैंक के अधिकारी बार-बार तकाजा कर रहे थे। अशोक ने परिजनों से 5 लाख उधार भी मांगे। कुछ व्यवस्था जमाने का आश्वासन दिया था, मगर अशोक जल्दी कर गया।

खरगोन एसपी सिद्धार्थ चौधरी ने साढ़े तीन लाख बैंक कर्ज होने की बात तो कही मगर आत्महत्या के कारण पर जांच का भरोसा दिलाया। उन्होंने स्वीकार नहीं किया कि कर्ज की वजह से किसान ने आत्महत्या की है। कहा कि जांच के बाद साफ हो सकेगा। एसडीएम अनुकूल जैन ने बताया कि मौत का कारण कर्ज नहीं है। कृषि एवं राजस्व अमला भी जांच कर रहा है। आत्महत्या की वजह पारिवारिक विवाद हो सकती है।