इजराइल के सहयोग से शुरू होंगे जिले में संतरे उत्पादन के ..

छिंदवाडा जिले में होने बाले संतरे कई बर्षों से नागपुरी संतरे के नाम से प्रसिद्ध है ! जिले से बड़ी संख्या में संतरों की फसल देश ही नही बल्कि विदेशों में भी बर्षों से जाती रही है और यह सिलसिला आज भी अनवरत जारी है ! जिले में होने बाला संतरा पडोसी राज्य माहराष्ट्र के नागपुर के रास्ते विदेशो में जाता है और इसी का फायदा उठा कर जिले के संतरे को नागपुरी संतरे के नाम से जाना जाता है ! इस सारे खेल में जिले के नौकरशाहों के निकम्मेपन की वजह से जो नाम छिंदवाडा जिले को मिलना चाहिए था वह आज तक नही हो पाया है ! संतरे को आज तक जियो टेग नही मिल पाया है ! जिले के नौकरशाह सिर्फ और सिर्फ मीटिंगों में बड़ी-बड़ी बाते कर वह-वाही लूटते आ रहे है और धरातल में काम शून्य ही है ! जिले के ऐसे निकम्मे अधिकारियों को कब तक छेलना पडेगा जो तंत्र के नाम पर कलंक है ….राकेश प्रजापति 

इजराइल के सहयोग से मध्यप्रदेश के 2 जिलों में उत्कष्टता केन्द्र का निर्माण कार्य किये जा रहे है ! जिसमे छिंदवाड़ा में संतरे उत्पादन के लिए उत्कष्टता केन्द्र का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है वहीँ हरदा जिले में सब्जी उत्पादन के उत्कष्टता केन्द्र बनेगा। ये केंद्र जल्द ही काम करना शुरू कर देंगे।

इज़राइल की अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी के सहयोग से ये केंद्र स्थापित हो रहे हैं….

इसके साथ ही सिंचाई क्षेत्र में भारत और इजराइल द्वारा मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड अंचल में जल परियोजनाओं पर भी कार्य किया जा रहा है। विशेष रूप से दोनों देश जल प्रबंधन के अन्य संभावित क्षेत्रों में सहयोग के लिए तत्पर हैं।

अधिकृत जानकारी के अनुसार इजराइल के भारत में 29 कृषि उत्कृष्टता केन्द्र हैं इसके साथ ही दो केन्द्र मध्यप्रदेश में भी स्थापित हो रहे है। इसमें छिंदवाड़ा में संतरा उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा।इज़राइल दूतावास में कृषि मामलों को देख रहे श्री यायर एशेल ने बीते दिनों प्रदेश का दौरा भी किया।

 

छिंदवाड़ा सहायक संचालक उद्यानकी राजकुमार कोरी ने बताया कि छिंदवाड़ा जिला कृषि प्रधान जिला है । यहां के उन्नत किसान चाहते हैं कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खुले। उनको जो मार्ग दर्शन मिलेगा तो निश्चित ही लाभकारी होगा । इज़राइल की टीम ने तीन लोकेशन देखी हैं एक अच्छी लगी जहां वेजिटेबल के लिए सेंटर स्थापित किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

 

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से इज़राइल के काउंसलेट जनरल श्री कोबी शोशानी ने मुलाक़ात कर इजराइल के सहयोग से मध्यप्रदेश में कृषि परियोजना के क्षेत्रों में बेहतर कार्य के लिए तैयार है के साथ ही इजरायल द्वारा कुछ सुझाव भी दिए थे जिन पर काम चल रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय विकास और सहयोग के लिए इजरायल की एजेंसी एक तकनीकी भागीदार के रूप में भारत-इजरायल कृषि परियोजना का नेतृत्व कर रही है।किसानों की आय बढाने के लिये इजराइल के सहयोग से गुजराज के कच्छ जिले में बागवानी क्षेत्र में उत्कष्टता केन्द्र विकसित हो रहे है। अब मध्यप्रदेश में बन कर तैयार हो रहे हैं।

 

उल्लेखनीय है कि किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने एवं उनकी आमदानी दुगनी करने के लिए इजराइल के सहयोग से गुजरात के कच्छ में सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस किसानों को समर्पित किया था ।

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के अनुसार इजराइल ने पूरी दुनिया को वह मार्ग दिखाया है कि आखिरकार कृषि क्षेत्र की प्रधानता वाले किसी देश में आमूलचूल बदलाव कैसे लाया जा सकता है। इंडिया के प्रधानमंत्री का मानना है कि कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का इस्‍तेमाल करना अत्‍यंत आवश्‍यक है। उन्‍होंने यह बात भी रेखांकित करते हुए बताया कि भारत किसानों की आमदनी दोगुनी करने की दिशा में अभिनव कदम उठा रहा है। उन्‍होंने कहा कि सिंचाई के साथ-साथ खेती-बाड़ी के अभिनव तौर-तरीकों पर ध्यान देना अत्‍यंत आवश्‍यक है।

 

इसी पहल से प्रेरित होकर मध्यप्रदेश में भी उदयानिकी फसलों के लिये प्रौद्योगिकी के सहयोग से उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र स्थापित करने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है।