आखिर प्लाजमा थेरेपी क्या है…

छिन्दवाडा में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्लाज्मा थेरेपी एक उम्मीद बनकर उभरी है ? बीते दिनों छिंदवाडा मेडिकल कालेज के डीन श्री गिरीश रामटेके ने बताया था की अपने जिले में भी प्लाज्मा थेरेपी के माध्यम से लोगो का इलाज किया जायेगा ! इसको लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति है. ऐसे में आपको जानना जरूरी है कि क्या होती है प्लाज्मा थेरेपी क्या है और कैसे इससे किसी की जान बचाई जा सकती लेती है! इस थेरेपी या उपचार पद्धति के विषय की जिज्ञासाओ को शांत करने के लिए हमारा यह प्रयास है ! बताते चलें कि शरीर में किसी वायरस के आ जाने पर प्लाज्मा ही एंटीबॉडी बनाने में मदद करता है.की इसके बारे कुछ जानकारियां आप लोगो से साझा की जाय तो जानते है की आखिर यह क्या है …..

प्लाजमा थेरेपी यह भी समझना जरूरी है ! दरअसल सरल शब्दों में कहा जाए तो एक मरीज जो कोविड-19 से संक्रमित हो चुका है उसके शरीर की इम्युनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) है वह उस बीमारी से लड़ती है ! जब वह पूरी तरह से रिकवर या ठीक हो जाता है ! इम्युनिटी ब्लड में एंटीबॉडी बनाती है ! वह एंटीबॉडी बनने करीब-करीब 2 हफ्ते से 3 हफ्ते के बीच या उसके बाद उस व्यक्ति से जो कि कोविड-19 से ठीक हो चुका है स उसके खून से वह एंटीबॉडी निकालकर जो वर्तमान में जो कोविड-19 का पेशेंट है ! वः जो पेशेंट है जो अभी कोविड-19 से संक्रमित होकर स्वस्थ होने के लिए लड़ रहा है  उसके  बॉडी में डाली जाती है ! ताकि उसके शरीर (बॉडी) में इम्युनिटी यह एंटीबॉडी के  बनने की प्रक्रिया है , वह तेज हो तेजी के साथ शुरू हो सके,ना की उसमें 2 से 3 हफ्ते तक का समय लगे ? यह एंटीबॉडी बहुत ज्यादा मात्रा में नहीं होती ! एक व्यक्ति को महक 400 से 500 मिलीग्राम उसके खून से प्लाज्मा लिया जाता है और जो बाद में 200ml एक व्यक्ति की शरीर (बॉडी) में दिया जाता है ! तो यह एक पूरी प्रक्रिया है !

इस प्रक्रिया पर करीब 9 से 10  महीने पहले काम शुरू हो गया था ! आईसीएमआर की तरफ से जो गाइडलाइन आई उसमें साफ तौर पर यह कहा गया कि यह मात्र एक प्रयोग है! इससे मरीजों का इस तरीके से हर कोई इलाज नहीं कर सकता यह मात्र प्रयोगात्मक तौर पर किया जाना चाहिए ! जहां पर यह कहीं ना कहीं पूरे देश में इसको लेकर रुकावट सी हो गई परंतु एक बार फिर से जिस तरीके से स्वीकृति मिल गई है ! इस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बताया कि इस पद्धति से प्रयोगात्मक तौर पर इलाज किया गया ! उसके नतीजे आश्चर्यजनक रूप से 95 से 99 % मरीज पूर्ण तरीके से ठीक हुए हैं ! श्री केजरीवाल ने बताया था कि एक जगह 49 मरीजों पर किए गए उपचार में से 46 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हुए हैं वहीं दूसरी जगह के परिणामों में 39 मरीजों में से 38 मरीज ठीक हुए हैं !……जारी