असली नकली के दांवों में फंसा “बुलडोजर”

मौजूदा दौर में राजनीति राजनीति न रहकर भेड़चाल हो गई है ! जो भी सिक्का बाजार में चल पडा राजनैतिक दल उसी का चालीसा पाठ करने लगते है ! जनता के सामाजिक सरोकारों से राजनीति का कोई तालमेल प्रदेश में इन दिनों दिखाई नही पड रहा है ! जनता बेबस और लाचारी की नजरो से देख रही है ! महंगाई, बेरोजगारी और प्रशासनिक अव्यवस्था सर चढ़ कर आज जनता का शोषण कर रहे है ! विपक्ष सदन में मजबूत हेने के बाद भी मानसिक विकलांगता का लचर प्रदर्शन कर रहा है ! जनता के दुखदर्द से किसी को कोई सरोकार नही है ..

वहीं दूसरी ओर प्रदेश में  ‘बुलडोजर’ पर सियासत तेज हो गई है। परन्तु किसी को भी यह दिखाई नही पड रहा है की इस बुलडोजर के नीचे प्रदेश की जनता के सरोकारों को कुचला जा रहा है ! महंगाई की मार से जनता चीख रही है परन्तु बुलडोजर के शोर में जनता की चीत्कार को दबा दिया जा रहा है ! कांग्रेस जुवानी हल्ला मचा रही है ,वह भी मीडिया के माध्यम से ,जनता के सरोकारों के लिए सड़के सूनी है मनो मातमी सन्नाटा पसरा हो , विपक्षी मातम के बीच शासकीय कर्मचारियों के शेषण के स्वर सन्नाटो को चिर कर जनता के कानो में अपने ज़िंदा होने का अहसास जगा रहे है ..

‘बुलडोजर मामा’ पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि असली बुलडोजर मैन कमलनाथ हैं। अब शिवराज नकल कर बुलडोजर मैन बनने की कोशिश कर रहे हैं।

कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि इस प्रदेश में यदि कोई वास्तविक बुलडोजर मैन है तो वह कमलनाथ ही हैं। जिन्होंने अपने 15 माह के कार्यकाल में ही दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए, निष्पक्ष ढंग से माफियाओं के खिलाफ अपना बुलडोजर प्रदेश भर में चलाया। मिलावट खोरों के खिलाफ चलाया। उनके बुलडोजर के डर से तो कई माफिया प्रदेश छोड़कर भाग गए थे, कई माफियाओं को उन्होंने अपनी सरकार में गड्डा कर जमीन में गाड़ दिया था और भाजपा ने इन्हीं माफियाओं के साथ मिलकर कांग्रेस की सरकार गिरा दी और जैसे ही शिवराज सिंह मुख्यमंत्री बने तो शिवराज सरकार में सारे माफिया जो कांग्रेस सरकार में जमीन में गड़े थे, वे निकलकर बाहर आ गए। यह शिवराज सरकार की सच्चाई है और वही शिवराज आज खुद को बुलडोजर मैन के रूप में अपने समर्थकों से प्रचारित करवा रहे हैं?

सलूजा ने कहा कि पूरा प्रदेश इस सच्चाई को जानता है कि शिवराज ने माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के बड़े-बड़े दावे किए थे। उन्हें 10 फीट गहरे गड्ढे में गाड़ने की बात की थी, लेकिन आज तक एक भी बड़े माफिया के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आज भी प्रदेश में भू माफिया, रेत माफिया, शराब माफिया, राशन माफिया सहित सारे माफिया सक्रिय हैं और बेखौफ होकर अपने कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। शिवराज जी सिर्फ मुद्दों से भटकाने के लिए, जनता को गुमराह करने के लिए कमलनाथ जी की नकल करने में लगे हैं।

पूरा प्रदेश जानता है कि शिवराज के बुलडोजर की एक आंख बंद है और उनका बुलडोजर सिर्फ राजनीतिक फायदे के हिसाब से चलता है। शिवराज का बुलडोजर भोपाल के बैरसिया की उस भाजपा नेत्री पर नहीं चलता है, जिसकी गौशाला में सैकड़ों गायों की भूख-प्यास से तड़प कर मौत हो गई, शिवराज जी का बुलडोजर उन्हीं के संगठन महामंत्री के भाई पर नहीं चलता है, जिन पर अशोकनगर में राशन में हेराफेरी का आरोप है। शिवराज का बुलडोजर उन्हीं के विधायक रामेश्वर शर्मा के बैरागढ़ के समर्थक पर नहीं चलता है, जिसके भाई पर एक नाबालिग से यौन शोषण का आरोप है।

सलूजा ने कहा कि शिवराज का बुलडोजर राघवजी से लेकर प्रदीप जोशी, डिंडोरी के गैंगरेप वाले भाजपा नेता और हरसूद के उन भाजपा नेताओं पर नहीं चलता है, जो इंदौर में एक स्पा सेंटर में थाईलैंड की लड़कियों के साथ पकड़े गए थे। शिवराज का बुलडोजर व्यापमं के घोटालेबाज़ो पर नहीं चलता है, पेंशन के घोटालेबाजो पर नहीं चलता है, पौधारोपण के घोटाले बाजों पर नही चलता है, डंपर के घोटालेबाजों पर नहीं चलता, ईटेंडर के घोटाले बाजों पर नहीं चलता, सिरोंज के कन्या विवाह योजना के घोटाले बाजों पर नहीं चलता है, भिंड में ओलावृष्टि के मुआवजे हड़पने वालों पर नहीं चलता है, गौशालाओं के अनुदान खाने वालों पर नहीं चलता है, गौमाताओं की मौत के दोषियों पर नहीं चलता है…? यह कैसा बुलडोजर जो पार्टी देखकर, व्यक्ति देखकर, समय देखकर, चेहरा देखकर चलता है…?